नई दिल्ली, कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के कारण देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। इस दौरान लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी गई है। इस नियम का पालन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर रहे हैं। बुधवार को प्रधानमंत्री आवास पर बुलाई गई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में सभी मंत्री करीब एक-एक मीटर की दूरी पर बैठे। कोरोना वायरस से जुड़े मसलों पर चर्चा करने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर कैबिनेट की बैठक बुलाई। इस दौरान सभी मंत्रियों की कुर्सी को एक दूरी पर लगाया गया, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि दुनियाभर के एक्सपर्ट ने सलाह दी है कि लोग एक दूसरे से दूरी बनाए रखें, ताकि बीमारी का प्रसार रोका जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में भी सोशल डिस्टेंसिंग का जिक्र किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि लॉकडाउन के समय यह जरूरी है कि आप किसी से नहीं मिलें, अपने घर में ही रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करें।
प्रधानमंत्री की इसी अपील का असर बुधवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में दिखा। बुधवार को लॉकडाउन के पहले दिन जब लोग सुबह दूध-सब्जी लेने के लिए दुकानों पर गए तो कई जगह सफेद घेरा बनाया गया था। दुकान के बाहर एक-एक मीटर की दूरी पर सफेद घेरा बनाया गया, जहां पर लोगों को खड़ा रहने के लिए कहा गया। इसके तहत सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया गया। राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर लॉकडाउन के दौरान किसी तरह की लापरवाही बरती गई तो देश को उसका नुकसान उठाना पड़ेगा। मोदी ने कहा कि आपके द्वारा घर से बाहर रखा एक भी कदम आपके परिवार के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।