मप्र में कोरोना को रोकने 25 से ज्यादा जिलों में लॉकडाउन, केवल जरुरी सुविधाएं ही मिल रहीं

भोपाल,कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए मध्य प्रदेश के 25 से अधिक जिलों को अलग-अलग समय के लिए लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन वाले क्षेत्रों में केवल जरूरी सुविधाएं ही उपलब्ध रहेंगी। प्रदेश में सभी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी 31 मार्च तक घर पर ही रहकर काम करेंगे। मध्य प्रदेश सभी जिलों में लॉकडाउन होने के कारण सोमवार सुबह भी जनता कर्फ्यू जैसा माहौल रहा। सड़कों पर कुछ लोग निकले हैं, लेकिन ज्यादातर पैदल ही थे, जो अपनी कॉलोनी या मोहल्ले में ही आवश्यक काम निकले थे। सब्जी और किराना की कुछ दुकानें खुली रहीं, जिन पर ग्राहक दिख पहुंचे। कुछ दो पहिया वाहन भी सड़कों नजर आए, लेकिन कहीं कोई रोक-टोक नहीं की जा रही है। ज्यादातर लोग घरों के अंदर ही हैं। सभी जगह मंदिर खुले, लेकिन सिर्फ पुजारियों ने ही पूजा की।शहडोल जिला अस्पताल में मेडिकल डॉक्टर काम छोड़कर बाहर खड़े हो गए हैं इनका कहना है कि ना तो ने सैनिटाइजर मिल रहा है और ना ही मास्क मिल रहे हैं। इनका कहना है कि जनता को अवेयरनेस किया जाए ताकि हम लोगों की भी जान सुरक्षित रहें।
सोमवार सुबह रतलाम में सब्जी मंडी खुलते ही यहां लोगों की भीड़ लग गई। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बाद भी लोगों सब्जी लेने के लिए यहां जमा हो गए। बताया जा रहा है कि लोग ज्यादा मात्रा में सब्जी लेकर गए हैं। दमोह कलेक्टर तरुण राठी ने रविवार के लॉक डाउन के बाद रविवार रात 11बजे पुनः आदेश जारी किया है जिसके तहत अब जिले में 25 मार्च तक लॉक डाउन रहेगा। इस दौरान केवल पेट्रोल पंप, मेडिकल जैसी आवश्यक सेवाएं संचालित रहेंगी। धारा 144 भी लागू की गई है जिसका सख्ती से पालन किया जाएगा। विदिशा में दूसरे दिन भी शहर में सुबह के समय सड़कें सूनी रहीं। माधवगंज पर स्थित शिव मंदिर खुला, लेकिन दर्शनों के लिए नहीं पहुंचे श्रद्धालु। जिलों की सीमाओं पर वाहनों को रोका जा रहा है, बाहर से आने वाले वाहनों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। जिले से बाहर भी जाने पर रोक लगी है। जिले की सीमाएं सील होने के बाद पुलिस ने बाहरी वाहनों की जांच शुरू कर दी है। जरूरी कार्यों से आने वाले लोगों को ही शहर में प्रवेश दिया जा रहा है।

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