मप्र में बोर्ड परीक्षा के पैटर्न पर आयोजित की जाएँगी 5 वीं व 8 वीं की वार्षिक परीक्षा

भोपाल, मप्र में अब कक्षा 5वीं व कक्षा 8वीं की वार्षिक परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर आयोजित की जाएगी। परीक्षा के प्रश्न पत्र राज्य स्तर से निर्मित कर जिलों को प्रदाय किए जाएगें। परीक्षा हेतु परीक्षा केन्द्र निर्धारण व परीक्षा केन्द्राध्यक्ष (शाला प्रधानाध्यापक को छोड़कर) की नियुक्ति व्यवस्था लागू की जाएगी। परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु मूल्यांकन केन्द्र निर्धारण व मूल्यांकन केन्द्राध्यक्ष की नियुक्ति की व्यवस्था लागू की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक (कक्षा 5वीं) व पूर्ण माध्यमिक (कक्षा 8वीं) वार्षिक परीक्षा आयोजन संबंधी निर्देशिका वर्ष 2019-20 निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 में भारत सरकार द्वारा किए गए संशोधन एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुक्रम में जारी किए गए है।
अशासकीय व अनुदान प्राप्त विद्यालयों में परीक्षाओं का आयोजन
निर्धारित पाठयक्रम के अनुसार प्रश्नपत्र शाला स्तर पर निर्मित करवाकर अपने स्तर पर परीक्षाओं का आयोजन करेगी। शासकीय शालाओं की भांति निर्धारित मापदण्ड अनुसार वार्षिक परीक्षाफल पत्रक के निर्धारित प्रारूप में परीक्षा परिणाम तैयार करवायेगी। परीक्षा परिणाम की घोषणा संकुल प्राचार्य के अनुमोदन उपरांत किया जाएगा। कक्षा 5 व 8वीं में अनुत्तीर्ण (प्रत्येक विषय में 33 प्रतिशत से कम अंक) होने वाले छात्रों के लिए विशेष कक्षाओं का आयोजन कर दो माह बाद पुनः परीक्षा का आयोजन करना होगा और इस परीक्षा में भी अनुत्तीर्ण होने पर उस छात्र-छात्रा को उसी कक्षा में रोकना होगा।
प्रथम परीक्षा में अनुपस्थित बच्चों को पुनः परीक्षा का अवसर
मुख्य परीक्षा में अनुपस्थित बच्चों को पुनः परीक्षा के दौरान सभी विषयों की परीक्षा में शामिल होने का एक अवसर प्रदान किया जाएगा। इस पुनः परीक्षा में सम्मिलित हुए बच्चे को इस परीक्षा में प्रत्येक विषय में उत्तीर्ण होना आवश्यक होगा। पुनः परीक्षा में सम्मिलित बच्चें सभी निर्धारित विषयों में उत्तीर्ण न हो पाने पर अध्यनरत कक्षा में ही पुनः अध्ययन किया जाएगा, परन्तु शाला से निष्कासित नहीं किया जाएगा।
प्रथम परीक्षा में अनुत्तीर्ण छात्रों को पुनः परीक्षा का अवसर दिया जाएगा
मुख्य परीक्षा में सम्मिलित ऐसे बच्चें जो निर्धारित सभी विषयों अथवा किसी भी विषय में मुख्य परीक्षा में अनुत्तीर्ण होते है, तो उन्हें अनुत्तीर्ण विषयों में अतिरिक्त शिक्षण प्रदान किया जाएगा। ऐसे अनुत्तीर्ण बच्चों को प्रथम परीक्षा परिणाम घोषित की तारीख से दो माह की कालावधि के भीतर उन्हें पुनः परीक्षा देने का अवसर प्रदान किया जाएगा। पुनः परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों से मुख्य परीक्षा की अंकसूची विद्यालय में जमा कराई जाकर पुनः परीक्षा उपरांत नवीन अंकसूची प्रदान की जाएगी। जिसमें परीक्षाफल में पुनः परीक्षा का उल्लेख किया जाएगा।

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