कन्नौज में बस-ट्रक दुर्घटना के मृतकों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए पोटली में पहुंचे

कानपुर, कन्नौज जिले की छिबरामऊ तहसील में जीटी रोड पर शुक्रवार रात हुई बस-ट्रक दुर्घटना के घंटों बाद बस में पहुंच सकी पुलिस और फायरब्रिगेड की टीमें वहां का नजारा देखकर हैरान थीं। बस के अंदर हड्डियों के टुकड़ों के अलावा मांस के लोथड़े इधर-उधर बिखरे थे। कानपुर और आसपास से पहुंचीं फरेंसिक टीमों की देखरेख में इन अवशेषों के आधार पर 9 पोटलियां तैयार कराई गईं और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। आईजी (रेंज) मोहित अग्रवाल ने कहा था कि डीएनए टेस्ट के आधार पर ही मृतकों की पहचान सुश्निचित की जा सकेगी। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जोरदार टक्कर से बस में भगदड़ मची। आगे वाले लोग पीछे की ओर भागे और एक-दूसरे पर गिरकर घायल और निढाल हो गए। बस में कोई आपातकालीन गेट या खिड़की नहीं थी और खिड़कियों पर फाइबर ग्लास लगे थे। आग की लपटों में कुछ लोग निकल सके और कई राख बन गए।
ट्रक का डीजल टैंक फटा, बस भी आ गई चपेट में
फर्रुखाबाद के विमल चतुर्वेदी बस सर्विस की एक बस जयपुर के लिए निकली थी। बस में 49 सीटें और 12 स्लीपर बर्थ थीं। सरकारी दावों की मानें तो बस ड्राइवर ने गुरसहायगंज से 25 और छिबरामऊ से 17 यात्रियों को बैठाया। इसके अलावा चालक दल के 3 लोग थे। छिबरामऊ में जीटी रोड पर गुलोई गांव के पास भीषण कोहरे में बस के सामने एक ट्रक आया। बचने की कोशिश में ड्राइवर ने ट्रक नीचे उतार दिया, लेकिन बस और ट्रक की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में ट्रक का डीजल टैंक फटा और आग फैल गई। इसकी चपेट में बस भी आ गई।
क्षमता से ज्यादा लोग
फर्रुखाबाद के विमल चतुर्वेदी बस सर्विस की बस में 49 सीटें और 12 स्लीपर बर्थ थीं। सरकारी दावे के मुताबिक ड्राइवर ने गुरसहायगंज से 25 और छिबरामऊ से 17 यात्रियों को बस में बैठाया। इसके अलावा चालक दल के 3 लोग थे। सरकारी दावों से इतर प्रत्यक्षदर्शियों को कहना है कि बस में 70 से ज्यादा लोग सवार थे, जबकि क्षमता 61 यात्रियों की थी। फर्रुखाबाद से चलने वाली बस में सिर्फ रिजर्वेशन लेने वाले यात्रियों के नाम नोट होते थे। रास्ते में बस रोककर चढऩे-उतरने वालों का कोई लेखा-जोखा नहीं होता है।
लदा था माल
ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट वाली बस में लाखों रुपये का माल भी लदा था। यह माल जोधपुर और जयपुर में डिलिवर किया जाना था। कई लोग माल की पर्चियां लेकर शनिवार को कन्नौज पुलिस के पास भी पहुंचे। बताया जा रहा है कि कपड़े और अन्य माल ने आग में घी का काम किया।
ट्रैवल एजेंसी मालिक फरार
विमल चतुर्वेदी बस सर्विस की बस का मालिकाना हक उसकी पत्नी प्रीति चतुर्वेदी के पास है। विमल और प्रीति चतुर्वेदी लापता हैं। एसपी अमरेंद्र कुमार सिंह के अनुसार, छिबरामऊ थाने में एक घायल की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखी गई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *