कोरबा, छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की गोशाला में ठंड और भुखमरी की वजह से 80 गायों की मौत हो गई है। फिलहाल मौत की सही वजह के लिए अधिकारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। बता दें कि गायों के शवों के अवशेष नुनेरा गांव की एक गोशाला के पास जंगल और खेतों में बिखरे पाए गए। जिन्हें देखकर ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद प्रशासन ने मामले में जांच का आदेश दिया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गोशाला में गायों की देखभाल करने वाला कोई नहीं था। साथ ही उनका आरोप है कि यहां क्षमता से दोगुनी गायों को रखा गया था। जब अधिकारी गोशाला पहुंचे तो उन्होंने पाया कि यहां गायों के लिए न तो चारा था और न ही पानी का कोई इंतजाम था। यही नहीं उन्हें ठंड और बारिश से बचाने के लिए भी कुछ नहीं था। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें सात गायों के शव मिले हैं। वहीं, ग्रामीणों ने बताया कि जांच टीम के पहुंचने से पहले ही दर्जनों अन्य शवों को जलाकर दफन कर दिया गया। दरअसल, यहां पिछले कुछ दिनों से लगातार गायों की मौत हो रही थी लेकिन उनके शवों को खेतों और जंगलों में फेंका जा रहा था, जिससे लगे कि आवारा पशुओं की प्राकृतिक मौत हुई है। क्योंकि चारे की तलाश में खेतों की ओर पहुंच रही गायों की संख्या बढ़ रही है। बता दें कि अगर ग्रामीणों के आरोपों की पुष्टि होती है तो प्रशासन गोशाला मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर सकता है।