जबलपुर, बहुचर्चित खटुआ हत्याकांड के आरोपी तक पुलिस के हाथ पहुंच गये है। बहुत जल्द पुलिस आरोपी को सामने लाकर मामलें को खुलासा करने जा रही है। यहां उल्लेखनीय है कि लगभग ११ महीनें पूर्व सुरक्षा संस्थान गन कैरिज फैक्टरी (जीसीएफ) में जेडब्ल्यूएम एससी खटुआ की हत्या कर लाश को जीसीएफ फैव्äटरी एरिया में ही पत्थरों के बीच फेंक दिया गया था। इस मामलें में हाईकोर्ट में खटुआ की पत्नी मौसमी खटुआ द्वारा लगातार याचिका दायर कर आरोपी को पकड़ने की मांग की गई और जांच के प्रति अंसतोष बताया गया। बताया गया है कि इस मामलें में हाईकोर्ट ने नाराजगी जताते हुये असंतोष बताया गया। अगली सुनवाई 8 जनवरी को तय की गई है।
दिल्ली से लौटकर लापता हो गया खटुआ
बताया गया है कि धनुष तोप में जर्मनी की जगह चाईना के बैयरिंग लगाए जाने के मामले में सीबीआई दिल्ली द्वारा जांच की जा रही थी, जिसमें जीसीएफ में जेडब्ल्यूएम एससी खटुआ पर भी संदेह की सुई घूम रही थी, यहां तक कि खटुआ को पूछताछ के लिए भी दिल्ली बुलाया गया था, इसके बाद वे लौटकर आए और दोबारा फिर पूछताछ के लिए जाना था, लेकिन इससे पहले एससी खटुआ लापता हो गए। करीब दस दिन बाद खटुआ की लाश जीसीएफ पाटबाबा की पहाड़ी के पीछे पत्थरों के बीच उनकी लाश मिलीए जिसमें यह साफ हो गया कि खटुआ की हत्या कर लाश को पत्थरों के बीच छिपा दिया गया है, जनवरी २०१९ में श्री खटुआ की हत्या के मामले में पुलिस द्वारा आरोपियों को पकड़ने के लिए अलग से टीम बनाई गईए लगातार जांच संदेही रहे एजीएम कमलकिशोर को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया तो उन्होने हाईकोर्ट पर याचिका दायर कर दीएजिसपर हाईकोर्ट ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी थी कि पहले केस डायरी देखी जाएगी।
वहीं श्री खटुआ की पत्नी श्रीमति मौसमी खटुआ ने भी ९ लोगों पर संदेह व्यक्त किया थाए जिसमें एजीएम कमलकिशोर का भी नाम शामिल रहा।गौरतलब है कि जिस वक्त धनुष तोप के बैयरिंग में गड़बड़ी सामने आई थीए उस समय जीसीएफ में जेडब्ल्यूएम एससी खटुआ के अलावा एजीएम कमल किशोर भी पदस्थ रहे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस जल्द ही खुलासा कर देगी और खटुआकांड के आरोपी जेल की सलाखों के पीछे होंगे। अधिकारियों का कहना है कि मामले में जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होगें, पुलिस मामले के खुलासा करने के करीब ही है।