हनीट्रैप मामले में दोनों श्वेता जैन की जमानत अर्जी खारिज, मोनिका के पिता ने दर्ज कराया मानव तस्करी का केस

इन्दौर,हनीट्रैप मामले की आरोपी श्वेता जैन नाम की दोनों महिलाओं और ड्राइवर की जमानत याचिका मंगलवार को न्यायालय ने खारिज कर दी। वहीं मोनिका यादव के पिता हीरालाल यादव ने इन्दौर के पलासिया थाने में दोनों श्वेता जैन, बरखा भटनागर और दो पुरुषों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज कराया है। सोमवार रात पुलिस मोनिका को लेकर उसके गांव भी पहुंची थी, वहां मोनिका ने सरपंच से कहा कि इस मामले में मुझे फंसाया जा रहा है, मुझे बचा लो। पुलिस मोनिका के पिता को पूछताछ के लिए इन्दौर लेकर आई है।
न्यायिक हिरासत में भेजी गई आरोपी श्वेता पति स्वप्निल जैन, श्वेता पति विजय जैन और ड्राइवर ओमप्रकाश ने जिला न्यायालय में जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी। याचिका पर सोमवार को सुनवाई होना थी लेकिन पुलिस द्वारा केस डायरी पेश नहीं किए जाने के कारण सुनवाई मंगलवार तक के लिए टाल दी गई थी। मंगलवार को न्यायाधीश मनीष भट्‌ट की अदालत में मामले की सुनवाई हुई। डीपीओ अकरम शेख ने बताया कि सुनवाई के पश्चात न्यायालय ने तीनों आरोपियों की जमानत याचिका खारिज कर दी।
वहीं मोनिका के पिता हीरालाल यादव ने मंगलवार को हनी ट्रैप मामले की आरोपी श्वेता जैन नाम की दोनों महिलाओं, बरखा और दो अन्य पुरुषों के खिलाफ इन्दौर के पलासिया थाने में मानव तस्करी का केस दर्ज कराया है। मोनिका के पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी को रुपए और पढ़ाई कराने का लालच देकर गिरोह ने फंसाया था। पिता ने बताया कि उनकी आर्थिक हालत काफी खराब है, उनके पास 5-6 बीघा जमीन है, जिस पर पूरा परिवार निर्भर है। मोनिका को गिरोह ने अच्छी पढ़ाई कराने और नौकरी दिलाने का लालच दिया था और भोपाल ले गए थे।
मोनिका के गांव पहुंची पुलिस
हाई प्रोफाइल ब्लैकमेलिंग से जुड़े मामले में सोमवार को इन्दौर पुलिस आरोपी मोनिका को लेकर सोमवार देर रात मोनिका के गावं सांवसी (जिला राजगढ़ – तहसील नरसिंहगढ़) पहुंची। जिस समय पुलिस मोनिका के गांव पहुंची उस वक्त अधिकांश गॉंव वाले सो चुके थे, कुछ चौपाल पर मौजूद थे, इसलिए पुलिस मोनिका के घर नहीं गई। पुलिस ने उसके पिता को कॉल कर गांव के बाहर ही बुलवाया। पुलिस ने मोनिका के पिता हीरालाल यादव के साथ ही गांव के सरपंच इंदर सिंह से भी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान मोनिका ने सरपंच से कहा कि – “भाई साहब मुझे बचा लो, मुझे फंसाया जा रहा है, इस कांड में बड़े-बड़े लोग शामिल है। मुझे ये लोग झांसा देकर ले गए कि तुमकों हम पढ़ाएंगे और अच्छी नौकरी भी दिलवाएंगे। भोपाल ले जाने के बाद ये लोग मुझसे उल्टा-सीधा काम कराने लगे।” बाद में पुलिस मोनिका के पिता को पूछताछ के लिए इन्दौर ले आई।
आरती की तबीयत फिर खराब हुई
इधर, मंगलवार को पूछताछ के दौरान मोनिका और आरती दयाल की तबीयत फिर खराब हो गई। आरती तो बेहोश हो गई। पुलिस दोनों को लेकर उपचार के लिए एम.वाय. अस्पताल पहुंची है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *