गौ माता के लिए 29 एकड़ में बनेगी स्मार्ट गौशाला, चार हजार गायों को रखा जा सकेगा एक साथ

जबलपुर, शहर में स्मार्ट गौशाला का निर्माण किया जाएगा, इसके लिए शहरी सीमा में 29 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है । इस गौशाला में तमाम तरह की सुविधाएं होंगी। उक्ताशय की बात नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने मानस भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि स्मार्ट गौशाला में एक साथ 4 हजार गायें रखी जाएंगी। वहीं आवारा पशुओं के लिए प्राइवेट गौशालाओं से एमओयू किया जाएगा। ताकि गौवंश को बेहतर संरक्षण दिया जा सके।
नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा कि शहर में आवारा पशुओं के समस्याएं काफी हैं। सबसे बड़ी समस्या सुअरों की है। इससे लोगों को लगातार परेशानी उठानी पड़ रही है। इसके निदान के लिए भी कार्य योजना तैयार की गई है। सुअर पालकों को क्या लाभ दिया जा सकता है इस विषय पर चर्चा की गई है। शहर के बाहर सुअर पालन के लिए स्थान चयनित करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं आवारा श्वानों को कंट्रोल करने के लिए भी निगम के अधिकारियों से बात की गई है।
नाले का नासूर होगा दूर
जयवर्धन सिंह ने कहा कि शहर में दो बड़े नाले हैं। ओमती नाला और मोती नाला। इनकी लम्बाई करीब 28 किलोमीटर है। प्रतिवर्ष बारिश के दौरान सैकड़ों लोग इन नालों से प्रभावित होते हैं। इस वर्ष २३ परिवारों को नुकसान उठाना पड़ा है। जिनको मुआवजा दिया जा रहा है। नाले का निर्माण 400 करोड़ रुपए से किया गया है। नाले की चौड़ाई कम हो गई है, जिससे जलप्लावन की समस्या बढ़ गई है। हमारा प्रयास होगा कि इन नालों को दुरस्त किया जाए ताकि जलप्लावन की समस्या नहीं बने। वहीं सड़कों पर उड़ने वाली धूल से निजात के लिए सड़क किनारे फुटपाथ बनाया जाएगा, ताकि शहर को धूल मुक्त बनाया जा सके।
ये भी मिलेंगी सौगात
नगरीय प्रशासन मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत शहर में नर्मदा समृद्धि रोड का निर्माण किया जाएगा। सड़क के दोनों तरफ वृक्ष लगाए जाएंगे। नर्मदा घाट को स्मार्ट लुक दिया जाएगा। निवाड़गंज में ९० करोड़ की लागत से शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनाया जाएगा। मंत्री ने कहा कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन में परेशानी आ रही है, इस समस्या को हल करने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
समाजिक न्याय मंत्री ने भाजपा पर साधा निशाना
सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि शहर में पहले से मौजूद नालों की चौड़ाई 100 से 80 फीट तक थी। जिसे अब सकरा कर दिया गया है। नाले की चौड़ाई कम होने से जल निकासी नहीं हो पा रही है, जिससे शहर में जलप्लावन की समस्या खड़ी हो गई है। जल निकासी की उचित व्यवस्था करने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन के दौरान पिछले वर्ष इसी मौसम में पूरा शहर डेंगू, स्वाइन फ्लू और लंगड़ा बुखार की चपेट में था। इस दौरान करीब 350 लोगों की मौत हुई थी। लेकिन इस वर्ष सभी जोन स्तर पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं, ताकि लोगों को समय पर उपचार मिल सके। वहीं डेंगू से निपटने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। प्रेसवार्ता के दौरान प्रभारी मंत्री प्रियव्रत सिंह, विधायक विनय सक्सेना, संजय यादव, ग्रामीण अध्यक्ष राधेश्याम चौबे आदि उपस्थित रहे।

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