सोना कारोबारी का कैश कार की सीट के नीचे बने लाकर से हवाला के जरिये मुंबई पहुँचाया जा रहा था

भोपाल, कैश पर मुंबई से सोना खरीद कर भोपाल में कारोबार कर रहा राजधानी का बड़ा व्यापारी पकड़ा गया है, उसके गुर्गे कार की सीट के नीचे बने लाकर में नगद राशि रख कर सड़क मार्ग मुंबई आना-जाना करते थे. अब गाड़ी से चार करोड़ से ज्यादा की रकम मिलने पर मामला आयकर विभाग को सौंपा गया है. यह कार्रवाई राजधानी में क्राइम ब्रांच ने कर शहर के नामी सोना व्यापारी को हिरासत मे लिया है। जानकारी के अनुसार पकडाई गई रकम 4 करोड़ 10 लाख 99 हजार रुपये है, जिसे टीम ने फंदा टोल नाके पर उस समय पकड लिया जब इसे कार से ले जाया जा रहा था। इसमे तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने आयकर की टीम को भी सूचना दे दी। मिली जानकारी के अनुसार काइम ब्रांच की टीम को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि एक मारूति अर्टिगा गाडी, जिसका नंबर एमएच-48 एके-7205 है, जो हर सात दिन के बाद भोपाल से मुंबई जाती है, इसमें कुछ संदिग्ध सामान (पैकेट) रहता है। यह गाडी रात में करीब 8 बजे के बाद लाल घाटी चौराहे से निकलती है, जो इंदौर भोपाल रोड से सीधा इंदौर होते हुये मुंबई जाती है, और इसी रास्ते से वापस भोपाल आती है, क्राईम ब्रांच टीम को यह भी पता चला की यह पूरा कारोबार रात के समय में ही होता है। इस सूचना के आधार पर टीम द्वारा उक्त मारूति अर्टिगा गाडी के फुटेज प्राप्त किये और गाडी के आने जाने का समय मालूम किया गया। जानकारी जुटाने के बाद क्राइम ब्रांच की टीम को उस गाडी के संबंध में सूचना मिली की यह गाडी मंगलवार रात फिर निकल रही है, जिसमें पैकेट है। टीम द्वारा सूचना के संबंध मे पहले से ही रैकी कर ली गई थी, इसके आधार पर गाडी को राउण्ड अप करने के लिए योजना बनाई। प्लानिंग के अनुसार गाडी की सूचना भोपाल से निकलने के बारे में मिलने पर योजनाबद्ध तरीके से ग्राम फंदा के पास घेराबंदी कर कार को रोका गया। गाडी को रोककर संदेहीयों से पुछताछ की गई1 पुछताछ मे आरोपियो की पहचान दिनेष लोवंशी पिता मूलचंद लोवंशी, उमं 29 साल, निवासी राधाकृष्ण कालोनी करोद, सोनू लोधा पिता नारायण सिंह लोधा, उम्र 22 साल, निवासी ग्राम तराना, पोस्ट गंगावली, थाना मलावर, जिला राजगढ एवं भूरे लाल पिता मूलचंद लोवंशी, उम्र 25 निवासी ग्राम तराना, पोस्ट गंगावली, थाना मलावर, जिला राजगढ के रुप मे की गयी।का इसके बाद गाडी की तलाषी लेने पर पुलिस को सीट के नीचे बनाये गये लॉकर मे रखे 31 पैकेट मिले जिसमें पूछने पर संदेहियों द्वारा बताया गया कि इन सभी पैकेटों में रूपये जो किसी अग्रवाल व्यापारी के है। उन रूपये के दस्तावेज के संबंध में पूछताछ की गई तो तीनो संदेहियों द्वारा इस रकम के संबंध में कोई भी कागजात प्रस्तुत नहीं किये गये। शुरुआती जांच के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा आयकर विभाग को सूचना देकर गाडी एवं तीनो संदेहियों को क्राइम ब्रांच थाना लाया गया जहाँ पर क्राइम ब्रांच की टीम एवं आयकर विभाग की टीम द्वारा पूछताछ की जा रही है। अधिकारियो के अनुसार संदेहियों से पूछताछ पर द्वारा बताया गया कि उन लोगों को रूपये लाने एवं ले जाने के लिए 10-10 हजार रूपये महीना मिलता है, ओर लाने ले जाने में जो भी रिस्क होता था, वह जिसका पैसा हो उसी का रहता है। आरोपियो ने आगे बताया की वो लोग सामान ले जाये या न ले जाये उनकी तनख्वाह उन्हे मिल जाती है। यह तनख्वाह उनको मधुर अग्रवाल देता है, ओर गाडी लेकर जाने के एक दिन पहले ही उन लोगों को तैयारी करने के लिए बताया जाता है, इसके बाद वो लोग सब एक जगह इकटठे हो जाते है और गाडी लेकर रवाना हो जाते है। अधिकारियो ने बताया की पकडाया गया आरोपी दिनेष लोवंशी ओर सोनू चालक है, जो लांग रूट के ड्राइवर है, वही भूरे लाल खेती किसानी करता है। खबर यह भी है कि आरोपी इसके पहले भी गाड़ी में बने लॉकर से मुंबई रुपये ले जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि पकडाई गई करोडो की रकम के आरोपी शिवालय भवन में रहता है। खबर लिखे जाने तक मिली जानकारी के मुताबिक आईटी विभाग मामले की जांच में जुटी है, ओर अभी तक आरोपी से जुड़े कोई पुख्ता दस्तावेज नहीं मिले, जिससे मामला और गंभीर बनता जा रहा है। हालांकि अब तक अधिकारिक तोर पर इसका खुलासा नही हुआ है, कि ये रूपये किसके है, और किसको देने जा रहे थे। सुत्रो के मुताबिक हिरासत मे लिये गये व्यक्ति शिवालिका भवन में रह रहे मधुर अग्रवाल बताये जा रहें है, जिन पर हवाला कारोबार औऱ एक्ससाइज ड्यूटी नहीं भरने का भी आरोप है। सुत्रो का कहना है की शुरुआती जांच मे सामने आया की आरोपी ने टैक्स चोरी के लिये यह रास्ता निकाला था, ओर इसके लिये वो भोपाल से करोडो का कैश लेकर मुम्बई जाते ओर वहॉ से सोना खरीदकर उसे भोपाल मे लाकर बेचते थे।

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