पूर्वी मप्र में भारी बारिश, छिंदवाड़ा, बैतूल, शिवपुरी मार्ग बंद, रेहली में बिजली के तार की चपेट में आई 20 गायों की मौत

भोपाल, मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में रविवार को लगातार तीसरे दिन भी जोरों की बारिश जारी रही। इस कारण प्रदेश के कई शहर एक-दूसरे से कट गए हैं। रविवार होने के बाद भी लोग घरों में ही कैद रहे। मौसम वैज्ञानिक जीडी मिश्रा ने ईएमएस से विशेष चर्चा में बताया कि इन दिनों मध्यप्रदेश में मानसून के तीन सिस्टम सक्रिय हैं। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही हवाओं का मप्र के ऊपर टकराव (संविलन) हो रहा है। ओडिशा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। विदर्भ पर सक्रिय ऊपरी हवा का चक्रवात इसी में शामिल हो गया । गुजरात के दक्षिणी भाग पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। यही कारण है कि अरब सागर से बड़े पैमाने पर नमी आ रही है। यही कारण है कि लगातार बारिश हो रही है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आ रही हवाओं का मप्र के ऊपर टकराव हो रहा है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दो-तीन दिनों तक बारिश जारी रहेगी।
हाई टेंशन तार गिरा, 20 गायें मरी
सागर जिले के रहली के पास कडता गांव में हाई टेंशन लाइन का तार गिरने से 20 से अधिक गायों की मौत हो गईं। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव मौके पर पहुंचे और किसानों को राहत की उम्मीद दिलाई।
छिंदवाड़ा नागपुर मार्ग थमा
छिंदवाड़ा जिले के सौसर में रामा कोना के गहरा नाला पुलिया के ऊपर से बाढ़ आने से नागपुर छिंदवाड़ा मार्ग बंद होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। सौसर के आसपास के बाढ़ के हालात हैं। नदी के दोनों छोर की ओर गाडिय़ों की लंबी लंबी कतारें लग चुकी है।
एक नजर में खबर…
– रायसेन में तीन दिन से बारिश, पगनेश्वर वेतवा नदी का पानी पुल से करीब 10 फ़ीट ऊपर तक बह रहा। अन्य नदी नाले भी उफान पर।
-भोपाल में भदभदा के गेट 10वीं बार खुले, कलियासोत बांध के गेट भी खोले गए
– शिवपुरी में सिंध नदी में पानी बढऩे के बाद मणिखेड़ा डैम के आठ गेट खोले गए
-शिवपुरी-अशोकनगर मार्ग पर पचावली का पुल भी डूबा, रास्ता बंद।
हाई अलर्ट जारी
प्रदेश की प्रमुख नदियां, नर्मदा, ताप्ती और बेतवा, तवा में उफान के बाद प्रशासन ने चेतावनी जारी की है। नर्मदा, ताप्ती और बेतवा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
होशंगाबाद जिले में हो रही बारिश से नर्मदा का जलस्तर बढ़ रहा है। तवा बांध के 13 गेट 14 फीट तक खुलने और 3 लाख क्यूसिक पानी छोड़े जाने से नर्मदा का जलस्तर और बढ़ेगा। जलस्तर में बढ़ोतरी जारी है। 964 फीट पर खतरे का निशान है। प्रशासन ने निचली बस्तियों में मुनादी करा दी। सीजन में पहली बार नर्मदा जलस्तर 957 फीट पर पहुंचा है। आवागमन के रास्ते बंद हो गए हैं। राजधानी भोपाल में बारिश का सिलसिला रुक-रुककर दिनभर जारी रहा।
-ताप्ती नदी पर बने पारसडोह बांध के छह गेट खोले।
-बैतूल जिले में भोपाली छोटा महादेव तीर्थ स्थल की पहाड़ी पर बाढ़ का तूफानी सैलाब
कहां कितनी बारिश
(रविवार सुबह से शाम तक, मिमी में बरिश)
शहर बारिश
बैतूल 127.6
छिंदवाड़ा 84.4
हरदा 82.6
होशंगाबाद 78.6
सागर 76
ग्वालियर 70.2

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