अमरनाथ यात्रा पर रोक, जम्मू कश्मीर सरकार ने पर्यटकों और यात्रियों को घाटी से बाहर जाने की एडवाइजरी जारी की

श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा में आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। मोदी सरकार ने संभावित खतरे और आतंकी हमले को देखकर राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी कर यात्रा पर फिलहाल रोक लगा दी है और यात्रियों को वापस जाने की हिदायत दे दी गई है। दरअसल, सुरक्षा बलों को अमरनाथ यात्रा के रूट पर सर्च ऑपरेशन के दौरान स्नाइपर राइफल मिली है, जिसके बाद यात्रा रोकने का फैसला किया गया।
सरकार के गृह विभाग की ओर से जारी सुरक्षा एडवाइजरी में कहा गया है कि अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमलों के इनपुट मिलने और कश्मीर की सुरक्षा बढ़ाने के मकसद से अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए घाटी में तत्काल प्रभाव से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगाई जा रही है। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा को तुरंत खत्म करें और जितनी जल्दी हो सके घाटी को छोड़ दें।
इसके पहले पूर्व आईएएस और जेके पीपुल्स मूवमेंट के नेता शाह फैसल ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने सुरक्षा कारणों से पर्यटकों और अमरनाथ यात्रियों को तत्काल प्रभाव से कश्मीर छोड़ने को कहा है। क्या सरकार स्थानीय लोगों के लिए भी इस तरह की एडवाइजरी जारी करेगी। क्या कश्मीरियों को भी दूसरी जगह विस्थापित होना चाहिए या उनकी जिंदगी के कोई मायने नहीं हैं।एडवाइजरी में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा कि राज्य में बड़े आतंकी हमले का इनपुट है। आप लोग जल्द से जल्द अपनी यात्रा को पूरी करके लौट जाएं। इसके साथ ही अमरनाथ यात्रा को रोक दी गई है। ये यात्रा 15 अगस्त तक चलनी थी, लेकिन रोक दी गई है।
इसके साथ ही राज्य में पर्यटकों के लिए अचानक यात्रा खत्म किए जाने संबंधी एडवाइजरी जारी किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर नाराजगी और चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि सीरियसली? आपने सोचा है कि एक सरकारी आदेश से पर्यटक जल्दी से घाटी छोड़कर भागने वाले हैं, कितने पर्यटक इस आदेश को देखकर भागना शुरु करने वाले है। लोगों के भागने से एयरपोर्ट और हाइवे पर जाम लग जाएगा। इसके पहले अपने एक और ट्वीट में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अमरनाथ यात्रा और पर्यटकों के बीच यह अप्रत्याशित आदेश दर्शाताहै कि अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका है। हालांकि इससे घाटी में मौजूद डर को कम नहीं किया जा सकता है। सुरक्षा बलों ने अमरनाथ यात्रा के रूट पर जांच के दौरान स्नाइपर राइफल बरामद किया है। इस बीच सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए राज्य प्रशासन ने पर्यटकों और यात्रियों को एडवाइडरी जारी की है जिसमें जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों की आशंका को देखते हुए उन्हें अपनी यात्रा खत्म करने या फिर छोटी करने का निर्देश दिया है।
इसके पहले जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के आतंकियों के घुसपैठ पर शुक्रवार को श्रीनगर में सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने ज्वाइंट प्रेसवार्ता की। सेना की नॉर्थन कमांड में चिनार कोर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कहा कि आतंकी घटनाओं के लिए पाकिस्तानी सेना और आईएसआई जिम्मेदार है। खुफिया जानकारी के मुताबिक पाक आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की कोशिश में है। लेकिन भारतीय सेना पूरी तरह से आतंकियों से निपटने के लिए तैयार है।
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लन ने कहा, कश्मीर में आतंकी गतिविधियों पर सेना की लगातार नजर बनी हुई है। सेना पर पत्थर फेंकने वाले आतंकवादी बने। जम्मूकश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, जम्मू कश्मीर में 83 पत्थरबाज आतंकवादी बने। कश्मीर में आतंकी बनने वाले मामलों में कमी आई है।

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