कुलदीप सिंह सेंगर BJP से निष्काषित,रेप पीड़िता की सुरक्षा में लगे तीन पुलिस वाले ससपेंड

उन्नाव,उन्नाव रेप कांड को लेकर चौतरफा घिरी योगी सरकार और बीजेपी बड़ी कार्रवाई के मूड में नजर आ रही है। दरअसल, गुरुवार को अचानक बीजेपी के उत्‍तर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को दिल्ली तलब कर लिया गया. स्वतंत्र देव के अयोध्या दौरे को बीच में ही छोड़कर विशेष विमान से दिल्ली जाने के बाद अटकलों का बाजार गर्म है. लोग उन वजहों को तलाशने में जुटे हैं कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि उन्हें दिल्ली तलब किया गया है?कहा जा रहा है कि स्वतंत्र देव को अचानक दिल्ली बुलाए जाने की अहम वजह उन्नाव रेप कांड का मुद्दा है। बीजेपी शीर्ष नेतृत्व उन वजहों को जानना चाहता ही जिसकी वजह से पार्टी को चौतरफा दबाव झेलना पड़ रहा है। सूत्रों ने कहा कहा कि पार्टी ने अब इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए सेंगर को पार्टी से निकालने का निश्चय किया है।
इस केस में मुख्य आरोपी बांगरमऊ से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर हैं। रविवार को उन्नाव रेप पीड़िता और उसके परिजनों के साथ हुए सड़क हादसे से एक बार फिर सूबे की सियासत गरमा गई है। बुधवार को कांग्रेसियों ने कुलदीप सिंह सेंगर की बर्खास्तगी के लिए प्रदेश भर में एक दिन का उपवास रखा था।
पांचवें दिन भी नहीं आया होश
इधर, उन्नाव रेप पीड़िता को 5वें दिन भी होश नहीं आया है। इस लेकर अब डॉक्टर चिंतित हैं। वहीं पीड़िता के वकील की भी हालत गंभीर बनी हुई है। पीड़िता वेंटिलेटर पर जिंदगी के लिए लड़ रही है। पीड़िता की सेहत में आज भी कुछ खास सुधार नहीं हुआ। 5वें दिन भी पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है।10 घंटे ऑक्सीजन के सहारे रखने के बाद उन्हें कुछ देर के लिए वेंटिलेटर पर रखा गया। बता दें कि ट्रॉमा सेंटर के तीसरे तल पर स्थित टीवीयू में रेप पीड़िता व वकील भर्ती हैं।अस्पताल के प्रवक्ता डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। सीटी स्कैन रिपोर्ट लगभग सामान्य है। खून से जुड़ी कुछ जांचें कराई गईं हैं। उन्होंने बताया डॉक्टरों की टीम दोनों मरीजों की निगरानी में जुटी है। वकील की सेहत में कुछ सुधार हुआ है। अब तक उन्हें कई बार वेंटिलेटर से हटाया गया। ऑक्सीजन के सहारे रखा गया। उन्होंने बताया कि एकदम से काफी देर के लिए किसी भी मरीज को वेंटिलेटर से नहीं हटाया जा सकता है। बीच-बीच में मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया है, ताकि कमजोर अंगों को सहारा दिया जा सके।
दूसरे वकील को दी गई सुरक्षा, तीन सुरक्षा कर्मी निलंबित
इधर,जिला प्रशासन ने उन्नाव बलात्कार पीड़िता के मुकदमों में पैरवी करने वाले दूसरे वकील अजेन्‍द्र अवस्‍थी को सरकारी सुरक्षा मुहैया कराई है। वहीं पीड़िता की सुरक्षा में लगे तीनों सुरक्षा कर्मियों को पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है। ये दुर्घटना के वक्‍त पीड़िता के साथ नहीं थे। पुलिस अधीक्षक एमपी वर्मा ने बताया कि ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के लिए तीनों सुरक्षाकर्मी गनर सुदेश कुमार, महिला आरक्षी रूबी पटेल और महिला आरक्षी सुनीता देवी को निलंबित कर दिया गया है, और इस मामले की जांच की जा रही है।
पीड़िता के परिवार की ओर से आरोप सामने आने के बाद प्रशासन ने अब चाचा के वकील अजेंद्र अवस्थी को भी सुरक्षा मुहैया कराई है।गौरतलब है कि पीड़िता, अपनी चाची, मौसी और अपने वकील महेंद्र के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा महेश सिंह से रविवार को मुलाकात करने जा रही थी। रास्ते में रायबरेली के गुरबख्श गंज क्षेत्र में उनकी कार और एक ट्रक के बीच संदिग्ध परिस्थितियों में टक्कर हो गयी थी। इस हादसे में मौसी ने स्थानीय अस्पताल में दम तोड़ दिया था। वहीं, हादसे में घायल चाची (45) को लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। जबकि पीड़िता और उसके वकील महेंद्र सिंह पिछले पांच दिन से ‘किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज’ के ट्रामा सेंटर में भर्ती हैं जहां उनकी हालत यथावत है।
‘सेंगर मेरा पूरा परिवार खा गया’
ताजा हादसे ने लोगों को सन्न कर के रख दिया है। पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार गुरुवार को शुक्लागंज के पक्के घाट पर किया गया। रायबरेली जेल से शुक्लागंज पहुंचे पीड़िता के चाचा ने पत्नी की चिता को मुखाग्नि दी। पीड़िता के चाचा की आवाज सन्नाटे को चीर रही थी, जिसमें वह बार-बार कह रहे थे, ‘सेंगर मेरा पूरा परिवार खा गया।’ बुधवार को पीड़िता के गांव में एक अजीब सा सन्नाटा बिखरा हुआ था। अचानक पुलिस की दस गाड़ियों की आवाज पूरे गांव में गूंज उठी। इस फ्लीट में पीड़िता की चाची का शव लाया गया था। साथ में थे पीड़िता के चाचा जिन्हें दाह संस्कार की क्रियाओं के लिए लाया गया था। देखते ही देखते दर्जनों लोगों की भीड़ यहां जमा हो गई।
पीड़िता के चाचा ने जैसे ही चिता में आग लगाई, पुलिस ने कोर्ट आदेश का हवाला देते हुए उन्हें वापस ले जाने का दबाव बनाया। बिफरे पीड़िता के चाचा ने सभी क्रियाक्रम पूरे करने के बाद ही जाने की बात कही। इस पर जिला प्रशासन ने इसकी अनुमति दे दी। दोपहर ढाई बजे घाट पर ही स्नान करने के बाद पुलिस पीड़िता के चाचा को कड़ी सुरक्षा में वापस रायबरेली जेल ले गई। घाट से जाते समय मीडिया ने पीड़िता के चाचा से बात करने का प्रयास किया, जिसे प्रशासन ने मना कर दिया। पीड़िता के चाचा बस इतना ही बोल सके कि विधायक कुलदीप सेंगर ने मेरा परिवार बर्बाद कर दिया। इस परिवार में बीते एक साल के अंदर तीन लोगों की मौत हुई। पीड़िता के चाचा ने कहा, ‘कुलदीप सिंह सेंगर मेरा पूरा परिवार खा गया। सिर्फ हम ही रह गए। मेरे पास पूरे साक्ष्य हैं कि सेंगर ने ही ये पूरी साजिश रची है। मेरे पास यह साबित करने के लिए सभी सबूत हैं कि सेंगर ने इस साजिश को अंजाम दिया।’
इससे पहले पीड़िता के चाचा ने अपने परिवार के साथ श्मशान घाट पर कुछ समय बिताया। इस दौरान उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रायबरेली जेल प्रशासन को वह कई बार लिख चुके हैं कि उनकी जान को खतरा बना हुआ है। इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पीड़िता के चाचा ने कहा कि वह उन्नाव जेल में शिफ्ट होना चाहते हैं, क्योंकि यहां सेंगर के लोगों से उन्हें खतरा है। रायबरेली के जिले अधीक्षक आरएन पांडेय ने कहा कि उन्हें इस पत्र के बारे में कोई जानकारी नहीं है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही उन्नाव रेप पीड़िता अपने परिवार के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने चाचा से मिलने निकली थी, जब उसकी गाड़ी को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। इस हादसे में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई। वहीं पीड़िता और उनके वकील गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज चल रहा है। पीड़िता का परिवार इसे जेल में बंद आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की ओर से रची गई साजिश बता रहा है। सीबीआई ने इस मामले में सेंगर सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच तेज कर दी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *