भाजपा विधायक की खून खराबे की धमकी के विरोध में विस में हंगामा दो बार स्थगित करना पड़ी कार्रवाई

भोपाल, राज्य विधानसभा में आज पहली बार सत्तापक्ष के सदस्यों द्वारा प्रश्नोत्तरकाल की कार्यवाही को यह कहते हुए बाधित किया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को भाजपा के पूर्व विधायक ने खुलेआम खून खराबे की धमकी दी है, इस पर सदन में तत्काल चर्चा कराई जानी चाहिए। सदन में अखबार हवा में लहराते हुए सदस्य सदन की लॉबी में आ गए और भाजपा के पूर्व विधायक को गिरफतार करने की मांग करते हुए नारेबाजी करने लगे। सत्तारुढ सदस्यों ने कहा कि पूर्व विधायक के आचरण से भाजपा का चरित्र उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा गोडसे की विचारधारा पर चलने वाली पार्टी है, एक बार फिर साबित हो गया है। हंगामा बढता देख विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने सता पक्ष के सदस्यों से कहा कि वे लॉबी में अखबार ना लहराए, अपनी सीट पर बैठ जाए लेकिन सत्तापक्ष के सदस्य ने अनसुना कर दिया। तदोपरांत विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सदन की कार्यवाही पहली बार पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी। दूसरी जब विधानसभा की कार्यवाही समवेत हुई तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने फिर से हंगामा में शुरु कर दिया। वरिष्ठ मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि एक मुख्यमंत्री को जाने से मारने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह भाजपा का धिनौना षडयंत्र है। इसी बीच भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस पर सदन में चर्चा करवा लो, हम तैयार है। उनकी बात को अनसुना करते हुए विपक्षी सदस्य फिर से लॉबी में जमा होकर नारेबाजी करने लगे। अध्यक्ष द्वारा सीट पर जाने का अनुरोध करने के बावजूद सदस्य कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। आखिरकार विधानसभा की कार्यवाही दूसरी बार 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। दूसरी बार विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ हुई तो भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा ने अध्यक्ष से कहा कि सदस्यों की मांग है कि इस मुददे पर चर्चा करा ली जाए तो हम तैयार है, अभी चर्चा करा ली जाए। इसके जवाब में कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि गांधी जी के देश में गोंडसे की भाषा नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार किसी सीएम के खून की होली खेलने की धमकी दी जा रही है। सदन में चर्चा से मुकरते हुए विपक्षी सदस्यों ने कहा कि चर्चा किस बात की होगी, विपक्ष को सदन से माफी मांगनी चाहिए। वरिष्ठ मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि सीएम को सरेआम धमकी दी जा रही है। मामले में पुलिस को संज्ञान लेना चाहिए। नेताप्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि पहली बार सत्तापक्ष द्वारा प्रश्नोत्तरकाल नहीं चलने दिया गया। उन्होंने कहा कि विषय क्या है, पहले पता तो चले, सत्तापक्ष के सदस्य दो-दो बार बेल में आ रहे हैं। सभी सदस्य को शांत कराते हुए अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी दल के बडे नेता के बारे में ऐसी बात नहीं कहना चाहिए, जिससे कि संबंधित नेता का दल उत्तेजित हो जाए। जो भी विषय उठाए सोच समझकर उठाएं। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना दुखद है। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अध्यक्ष जी ने जो व्यवस्था दी है वह सर्वमान्य है।उन्होंने कहा कि जो भी हुआ सदन के बाहर की बात है। अखबार में छपी खबर का विषय है। उन्होंने स्मरण कराया कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी दढता के साथ कहा था कि सभी सदस्यों को श्रेष्ठ संसदीय जीवन प्रस्तुत करना है। मप्र में एक-दो ऐसी घटना हुई है, भाजपा इस तरह के विचारों से सहमत नहीं है। उन्होंने कहा कि सदन के बाहर की बात पर संगठन कार्रवाई करेगा। उन्होंने अध्यक्ष से मांग की कि सदन की कार्रवाई चलने दी जाए। नेताप्रतिपक्ष की बात सुनने के बाद भी सत्तारुए सदस्य शोरगुल करने लगे तो अध्यक्ष ने उन्हें यह कहते हुए शांत करा दिया कि सदन में बात पूरी आ चुकी है अब प्रश्नोत्तरकाल चलने दिया जाए। इसके बाद प्रश्नोत्तरकाल की कार्रवाई शुरु हो गई। मालूम हो कि नगर निगम द्वारा एमपी नगर में अतिक्रमण कर जमीं गुमठियां हटाए जाने के खिलाफ भाजपा के पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह (मम्मा) ने गुरुवार को शब्दों की मर्यादा तोड़ दी थी। उन्होंने गुमठियां हटाने और झुग्गीवासियों को मिल रहे भारी बिजली बिल को लेकर रोशनपुरा चौराहे पर प्रदर्शन किया। यहां से वे लोगों के हुजूम के साथ विधानसभा का घेराव करने निकले। इसी दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए अपशब्द कहते हुए प्रशासन को खुली चुनौती दे डाली। गुमठी व्यवसायियों से नारे लगवाते हुए मम्मा बोले- हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं तो सड़कों पर खून बहेगा। फिर बोले- और यह खून कमलनाथ का होगा। हालांकि पुलिस ने पूर्व विधायक समेत 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक की भाषा उचित नहीं है। उन्हें संयम बरतना चाहिए। उल्लेखनीय है कि भाजपा सरकार में विधायक रहते हुए सुरेंद्रनाथ सिंह नगर निगम के कर्मचारियों को थप्पड़ भी मार चुके हैं।

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