इंदौर,इंदौर-3 सीट से विधायक और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय की आफत बढ़ गई हैं। एक अन्य मामले में भी आकाश की गुरुवार को गिरफ्तारी हुई। बुधवार को निचली अदालत से जमानत याचिका खारिज होने के बाद विधायक के वकीलों द्वारा ने गुरुवार को सत्र न्यायालय में जमानत की याचिका लगाई। सुनवाई करते हुए डीजे कोर्ट ने मामले को एससी-एसटी के विशेष जज बीके द्विवेदी के यहां स्थानांतरित कर दिया था। सुनवाई के दौरान याचिका अधिकारक्षेत्र में नहीं आने के कारण खारिज कर दी गई। अपने अफसरों की पिटाई के बाद नगर निगम ने कोर्ट में आपत्ति लगाई कि विधायक के मामले की सुनवाई भोपाल की विशेष अदालत में होना चाहिए, क्योंकि भोपाल में जन प्रतिनिधियों के मामले की सुनवाई के लिए स्पेशल कोर्ट है। इसके बाद कोर्ट ने आकाश का मामला भोपाल की स्पेशल कोर्ट में भेज दिया। निगम ने अपने अधिकारियों को न्याय दिलाने के लिए 20 वकील तैनात किये थे। इन्होंने विधायक की जमानत का विरोध किया।
बैरक में विधायक की रात
आकाश ने हिरासत की पहली रात 3 कैदियों के साथ बिताई। रात में जेल का ही खाना खाया। सुबह प्रार्थना में शामिल हुए और फिर चाय पी। रात 8 बजे विधायक समर्थक उनके लिए भोजन और नाश्ते का सामान लाए थे, लेकिन जिला जेल अधीक्षक ने सामान देने से इनकार कर दिया।
आकाश के बचाव में उतरे लोग
खुद पर डाला घासलेट
आकाश के प्रशंसक और भाजपा के मंडल अध्यक्ष गौरव शर्मा ने घासलेट की केन लेकर जेल परिसर के बाहर आ गया और विधायक को न छोडऩे पर खुद को घासलेट डालकर जलाने की कोशिश की।
महिलाएं बोलीं- हमारी रक्षा के लिए उठाया बैट
जर्जर मकान में रहने वाली महिलाओं ने आरोप लगाया है कि नगर निगम के कारिंदे दल-बल के साथ उनके घर में घुसे और उनसे तथा उनके परिवार की कुछ अन्य महिलाओं के साथ बदसलूकी और छेड़-छाड़ की। हमें बचाने के लिए ही विधायक ने बैट उठाया।
एक नजर में खबर
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