अक्षय तृतीया पर बन रहा दुर्लभ संयोग सूर्य, शुक्र और चन्द्रमा अपनी उच्च राशि में प्रवेश कर रहे

नई दिल्ली, हिंदू पंचांग के मुताबिक अक्षय तृतीया का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। वैशाख महीने के शुक्‍ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार ये दिन खास महत्व रखता है। इस साल अक्षय तृतीया मंगलवार, 7 मई को मनाई जाएगी। कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह आदि के लिए इस दिन पंचांग देखने की जरूररत नहीं पड़ती। इस बार 15 साल बाद अक्षय तृतीया पर सूर्य, शुक्र, चंद्र और राहु अपनी उच्च राशि में प्रवेश करेंगे। यह स्वयं में दुर्लभ माना जाता है, जिससे इस बार यह दिन बहुत ही लाभदायक बन गया है। इसके अलावा इस दिन सोना को खरीदना बहुत शुभ माना गया है।
कहते हैं ये दिन दीवाली के समान ही मंगलमय है इसलिए इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ होता है। सोना खरीदने की क्षमता न हो तो मां लक्ष्मी के लिए चांदी की चरण पादुका खरीदकर उसकी पूजा करके घर या दुकान के मंदिर में स्थापित करें। पारद से बनी मां लक्ष्मी की प्रतिमा भी खरीदी जा सकती है। वाहन खरीदने के लिए भी ये दिन उत्तम है। देवी लक्ष्मी का वास धन के साथ धान्य में भी होता है। चावल और गेहूं का दान करें और घर भी लेकर आएं। रसोई में काम आने वाली अन्य वस्तुएं भी खरीदी जा सकती हैं। ऐसा करने से घर में खुशहाली आती है।
इस दिन को परशुराम जयंती के रूप में भी मनाते हैं। पितरों की शांति के लिए अक्षया तृतीया को बहुत विशेष माना जाता है। शिव-पार्वती और नर नारायण की पूजा भी की जाती है। मान्यता हैं कि त्रेता युग का आरंभ अक्षया तृतीया को ही हुआ।
सुदामा ने श्रीकृष्ण से चावल अक्षया तृतीया के दिन ही हासिल किए थे।
शुभ मुहूर्त-
पूजा का शुभ मुहूर्त- प्रात: 5 बजकर 40 मिनट से दोपहर 12 बजकर 17 मिनट तक
सोना खरीदने का मुहूर्त- प्रात: 6 बजकर 26 मिनट से लेकर रात 11 बजकर 47 मिनट तक

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