नई दिल्ली, इन चुनावों में कांग्रेस ने 423 सीटों पर ही उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि बीजेपी 437 सीटों पर चुनावी जंग में सीधे तौर पर मुकाबले में है। इससे पहले 2014 में बीजेपी ने अपने इतिहास में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें जीती थीं और कांग्रेस पार्टी अब तक का सबसे बुरा प्रदर्शन करते हुए महज 44 सीटों पर ही सिमट गई थी। एक वक्त में उत्तर भारत की ही पार्टी कही जाने वाली बीजेपी के उम्मीदवारों की संख्या बताती है कि वह पूरे देश में विस्तार ले रही है, जबकि कांग्रेस गठबंधन के चक्कर में कम सीटों पर लड़ रही है।
हालांकि यूपी में कांग्रेस कुछ और सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली है, लेकिन इसके बाद भी वह भाजपा से आगे नहीं बढ़ती दिख रही। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक यह ऐतिहासिक मौका है क्योंकि कांग्रेस को आजादी के बाद से ही हमेशा राष्ट्रीय दल के तौर पर देखा जाता रहा है, जबकि समूचे भारत में भाजपा की छाप उसके मुकाबले कम रही है।