EOW जल्द करेगा शिवराज से पूछताछ, पत्रकारिता विवि में हुई धांधलियों पर दर्ज होगी एफआईआर

भोपाल, कमलनाथ सरकार ने पूर्ववर्ती शिवराज सरकार के कार्यकाल में हुए घोटाले की जांच शुरू कर दी हैं। ताजा घटनाक्रम में शुक्रवार को ईओडब्ल्यू ने अपने पास पहुंची कई शिकायतों की फाइल खोल ली। हजारों करोड़ों के ई-टेंडर घोटाले में गिरफ्तारी के बाद माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में भर्ती घोटाला में आज या कल ईओडब्ल्यू एफआईआर दर्ज कर सकता है। ईओडब्ल्यू सूत्रों का कहना है कि भाजपा सरकार में पीएचई विभाग की मंत्री रहीं कुसुम मेहदेले, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी ईओडब्ल्यू पूछताछ कर सकती है। मेहदेले के कार्यकाल में ही पीएचई विभाग से जुड़े जल निगम के विवादित टेंडर की फाइल को मंजूरी दी गई थी। अब मेहदेले कह रही हैं कि शिवराज ने उस फाइल को आगे बढ़ाया था। इसी बयान को आधार बनाकर शिवराज से पूछताछ की जाएगी।
घोटालेबाजों के सरगना शिवराज : मंत्री
कमल नाथ सरकार के सहकारिता मंत्री डा. गोविंद सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री पर आरोप मढ़े हैं कि घोटालों के सरगना शिवराज सिंह चौहान हैं। लोकसभा चुनाव आचार संहिता का खत्म होने के बाद हम और भी घोटालों का पर्दाफाश करेंगे। भाजपा सरकार के दौरान कई मंत्रियों ने खूब घोटाले किए हैं। यह घोटालेबाज मंत्री जल्दी जेल जाएंगे।
आईपीएस उपेंद्र जैन पर आरोप
अब खेल विभाग में भी भ्रष्टाचार मामले के शिकायत की गई है। मामला भोपाल स्थित तात्या टोपे खेल परिसर में एथलेटिक सिंथेटिक ट्रैक के निर्माण से जुड़ा है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी और आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मामले की जांच की मांग के लिए पत्र लिखा है। शिकायत में बताया जा रहा है कि खेल विभाग के तत्कालीन संचालक उपेंद्र जैन ने यह गड़बड़ी की थी। अब विभाग ने जैन से स्पष्टीकरण मांगा है।
रिमांड पर अफसर
EOW द्वारा गुरुवार को गिरफ्तार किये गए ऑस्मो आईटी साल्यूशन के आरोपी डायरेक्टर आरोपी विनय चौधरी, सुमित गोलवलकर और वरुण चतुर्वेदी को शुक्रवार को ईओडब्ल्यू ने भोपाल कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तीनो ओरोपियो को कोर्ट ने तीन दिन के रिमांड पर सौंप दिया। गौरतलब है कि कंपनी के मानसरोवर कॉम्प्लेक्स स्थित दफ्तर के कम्प्यूटरों से टेंडरों में छेडख़ानी करने की जानकारी सामने आई है। यह भी पता लगा है, कि जिस यूजर आईडी के द्वारा दो आईपी एड्रेस का इस्तेमाल कर टेंडरों में छेड़छाड़ की गई, इस आईपी से कंपनी के डायरेक्टर विनय चौधरी का रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर लिंक है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *