नई दिल्ली,केबल टीवी में वैल्यू पैक लाने के बाद से अब ट्राई फिर से नियमों में बदलाव करने की तैयारी में है। जिससे चैनल पैक और भी मंहगे हो सकते हैं। केबल टीवी के लिए ट्राई के नियम दो महीने पहले से लागू हो चुके हैं। नए नियम के तहत दावा किया गया है इससे कस्टमर्स और ऑपरेटर्स दोनों को फायदा होगा और ये पहले के मुकाबले ज्यादा पारदर्शी भी रहेगा। हालांकि कई लोग शिकायत करते रहे हैं कि उनके पास पहले से ज्यादा बिल आ रहा है और चैनल भी पहले से कम हैं। जबकि कस्टमाइज चैनल प्लान बेचने से डीटीएच ऑपरेटर्स मुनाफा कमा रहे हैं। लेकिन फिर भी उनकी कमाई पहले जैसी नहीं रही है। अब एक नई रिपोर्ट आ रही है जो केबल टीवी देखने वालों के लिए नागवार गुजर सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता में टीवी ऑपरेटर्स ने ट्राई को एक प्रोपोजल दिया है जिसमें कस्टमर्स से सर्विस चार्ज लेने का प्रोविजन है। जिसके पीछे वजह बताई गयी है कि ये सर्विस चार्ज केबल टीवी के मेनटेनेंस के लिए कस्टमर्स से सर्विस चार्ज के तौर पर पैसे लिए जा सकते हैं।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्राई के नए रेग्यूलेशन के बाद केबल टीवी ऑपरेटर्स के रेवेन्यू में कमी देखी गई है और ये कमी 45 फीसदी तक की है। इस नए रेग्यूलेशन के तहत ऑपरेटर्स को 99 रुपये के मिनिमम चार्ज पर चैनल्स देने होते हैं, पहले ऐसा नहीं था। ट्राई ने मैक्सिमम लिमिट सेट की है जो बेस पैक के लिए है और इसके लिए 130 रुपये की राशी तय की गई है। इसमें कस्टमर्स अलग से चैनल ऐड कर सकते हैं। नए रेग्यूलेशन में चैनल की कीमतें थोड़ी बढ़ी हैं, हालांकि प्रॉफिट सीधे ब्रॉडकास्टर्स को जाता है और केबल टीवी ऑपरेटर्स को सिर्फ 20 फीसदी ही मिल पाते है। यही कारण है कि ट्राई की नई गाइडलाइन के बाद कई केबल टीवी ऑपरेटर्स में भी कमी आई है।
अभी के लिए टीवी ऑपरेटर्स ने 20 से 25 रुपये सर्विस चार्ज लेने के लिए प्रोपोजल दिया है। इस सर्विस चार्ज की वजह से केबल टीवी ऑपरेटर्स बिना किसी रूकावट के कस्टमर्स को सर्विस देते रहेंगे, ऐसे केबल ऑपरेटर्स का कहना है। अगर ट्राई ने केबल ऑपरेटर्स की बात मान ली तो जाहिर टीवी देखना और महंगा हो सकता है। क्योंकि कुछ कस्टमर्स के लिए ऐसे भी ट्राई की नई गाइडलाइन के बाद बिल बढ़ गया है और ये सर्विस चार्ज के बाद उनका टीवी का चैनल पैक और भी महंगा हो जाएगा।