नई दिल्ली, देश की प्रमुख जांच एंजेसी, सीबीआआई का नया निदेशक तय करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री आवास पर उच्चस्तरीय पैनल की बैठक संपन्न हुई। इस पैनल में प्रधानमंत्री के अलावा सदन में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई सहित तीन सहस्य हैं।
सूत्रों के अनुसार बैठक से पूर्व निदेशक पद के लिए कुल 12 लोगों का नाम शार्टलिस्ट किया गया था। जिसमें मध्यप्रेदश कैडर की आईपीएस अधिकारी रीना मित्रा का नाम शामिल है। अगर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कमिटी उनके नाम को चुनती है तो वो सीबीआई की पहली महिला निदेशक होंगी। दो हफ्ते पहले आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक पद से हटाए जाने के बाद ही अटकलों का दौर शुरू हो गया था। सूत्रों के मुताबिक लिस्ट में 1982-1985 बैच के आईपीएस अधिकारियों के नाम शामिल किए गए। अधिकारियों को उनकी वरिष्ठता, भ्रष्टाचार विरोधी मामलों की जांच करने का अनुभव और सीबीआई में काम करने या सतर्कता मामलों को संभालने के उनके अनुभव के आधार पर शार्टलिस्ट किया गया है।
इसमें गुजरात के वर्तमान डीजीपी और 1983 बैच के ऑफिसर शिवानंद झा, बीएसएफ के डीजी जनरल रजनीकांत मिश्रा, सीआईएसएफ डीजी राजेश रंजन, एनआईए के डीजी वाईसी मोदी और मुंबई पुलिस कमिश्नर सुबोध जयसवाल के नाम प्रमुख हैं। सूत्रों के मुताबिक रेस में शिवानंद झा और वाईसी मोदी का नाम आगे चल रहा है। वाईसी मोदी को आरएसएस का समर्थन मिला हुआ है और उनके पास सीबीआई के साथ काम करने का भी अनुभव है। इसके अलावा वो गुजरात दंगों की विशेष जांच समिति के भी सदस्य रह चुके हैं। वहीं मुंबई पुलिस कमिश्नर सुबोध जयसवाल भी आरएसएस की करीबी माने जाते हैं। बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बैठक में लगभग 70- 80 अधिकारियों के नाम सामने आए, किंतु उनके कार्य का विवरण उपलब्ध नहीं था. खड़गे ने कहा कि इसी के चलते उन्होंने तथा देश के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने बैठक अगले सप्ताह आयोजित करने का आग्रह किया. खड़गे ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों के बारे में और विस्तृत जानकारी चाही है.