भोपाल, मध्य प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को अध्यक्ष पद पर नर्मदा प्रसाद प्रजापति का चुनाव बहुमत के साथ किया गया। इससे पहले विपक्ष के जोरदार हंगामें के चलते सदन की कार्रवाई दो बार स्थगित हुई। चुनाव प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस विधायक प्रजापति को 120 मत मिले, जबकि विपक्ष ने मांग नहीं माने जाने पर वाकआउट किया।
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक नर्मदा प्रसाद प्रजापति मंगलवार को मध्य प्रदेश की 15वीं विधानसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए। इससे पहले सदन की कार्रवाई शुरु होते ही संसदीय कार्य मंत्री डॉ गोविन्द सिंह ने एनपी प्रजापति को अध्यक्ष बनाए जाने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसका समर्थन मंत्री आरिफ अकील ने किया। विपक्षी दल ने भी अध्यक्ष पद के लिए अपनी पार्टी के उम्मीदवार का नाम रखने का प्रस्ताव दिया। इस पर प्रोटेम स्पीकर ने व्यवस्था देते हुए कहा कि पहले प्रस्ताव का निराकरण कर लिया जाए उसके बाद दूसरे प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है। इस पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा शुरु कर दिया और प्रस्ताव पेश नहीं कर पाने को लेकर बहिर्गमन किया। इससे पहले हंगामें के चलते 10-10 मिनट के लिए दो बार सदन की कार्रवाई स्थगित रही। तीसरी बार जैसे ही सदन आहुत हुआ विपक्ष बहिर्गमन कर गया। यहां प्रोटेम स्पीकर ने प्रथम प्रस्ताव पर कार्रवाई करते हुए अध्यक्ष पद के लिए एनपी प्रजापति को बहुमत के साथ अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा की। मतदान कराने का प्रस्ताव किया। जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रोटेम स्पीकर ने मतदान की प्रक्रिया पूर्ण की। तब 120 मतों के साथ प्रजापति को अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की गई।
शिवराज के नेतृत्व में नारेबाजी
इससे पहले जैसे ही तीसरी बार सदन आहुत हुआ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने आसंदी के समक्ष नारेबाजी की। विपक्ष नारे लगा रहा था, ‘लोकतंत्र की हत्या बंद करो’। नारेबाजी और हंगामें के बीच शिवराज सिंह ने कहा कि ‘पार्टी के एक वरिष्ठ आदिवासी नेता का नाम प्रस्तावित नहीं करने देना, लोकतंत्र एवं सदन का अपमान है।’ इसी के साथ उन्होंने सदन के बहिष्कार की घोषणा कर दी, और भाजपा विधायक बहिर्गमन कर गए। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री डॉ गोविंद सिंह कहते सुने गए कि विपक्ष के पास बहुमत नहीं है, फिर भी वो अपना प्रस्ताव रख रहे हैं, हम मतदान के लिए पूरी तरह तैयार हैं।’ तभी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रोटेम स्पीकर से अध्यक्ष निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण करने हेतु व्यवस्था मांगी, जिस पर प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना ने कार्रवाई पूर्ण करते हुए कहा कि हॉं की जीत हुई न की हार हुई।
मतविभाजन की बात भी उठी
एक स्वर के साथ अध्यक्ष चुने जाने के बाद ही बसपा विधायक संजीव सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए मत विभाजन कराए जाने की बात कही। इस पर प्रोटेम स्पीकर ने विधायक की मांग स्वीकारते हुए कहा कि जो प्रस्ताव के पक्ष में हैं वो मेरे दायं हाथ की ओर मतदान करने के लिए लॉबी में जाएं और जो विपक्ष में हैं वो मेरे बाएं हाथ की ओर लॉबी में चले जाएं। इसके साथ ही सभी सदस्य दाईं हाथ की लॉबी में एकत्र हुए और मतदान किया प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना ने 120 वोटों के साथ प्रजापति को अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। इसी के साथ 15वीं विधानसभा के अध्यक्ष पद पर प्रजापति को चुन लिया गया।