मुंबई,कलाकारों के मेकअप और चित्रकला के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बश नेवलों के बालों से बनाए जाते हैं। इन ब्रशों को बनाने के लिए हर साल तस्करों द्वारा 50 हजार नेवलों की बलि चढ़ाई जाती है। यह वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के अनुसार एक अपराध है। बीते वर्ष 2018 में वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो द्वारा नेवलों के बालों से ब्रश बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया था। इस सिलसिले में जानकारी के 30 सितंबर को वाइल्डलाइफ कंट्रोल ब्यूरो एवं उत्तर प्रदेश वन विभाग ने मिलकर बिजनौर जिले की शेरपुर गांव के घरों में फैक्ट्रियों में छापेमारी करते हुए नेवले के बाल तथा उससे बने ब्रश बरामद किए थे। जांच पड़ताल में पता चला कि ब्रश बनाने के लिए करीब 20,000 से ज्यादा नेवलों की हत्या की गई थी। इतनी बड़ी मात्रा में नेवलों के बाल और ब्रश मिलने से वन विभाग अधिकारी भी आश्चर्य में थे। नेवलों के बालों से बने वह ब्रश 3 रुपए से लेकर 100 रुपए तक बेचे जाते हैं। बीते 10 दिसंबर को ही वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो द्वारा पूरे देश में 23 जगहों पर छापेमारी करते हुए भारी मात्रा में नेवलों के बाल एवं उससे बने ब्रश जब्त किए थे। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नेवलों के बाल के पार्सल एयरपोर्ट पर स्कैन मशीन आदि में पकड़े नहीं जा सकते। इसी वजह से तस्कर व शिकारी नेवले के बालों को देशभर में सप्लाई कर रहे हैं।