जयपुर, राजस्थान में तो सत्ता परिवर्तन हुए एक पखवाड़ा हो चुका है, लेकिन पहले कांग्रेस सरकार में सीएम और डिप्टी सीएम कौन बनेगा, यह कांग्रेस आलाकमान यानी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तय किया। इसके बाद मंत्रिमंडल में कौन-कौन शामिल होगा, यह भी कांग्रेस आलाकमान ने तय किया। अब क्या मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा क्या प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हस्तक्षेप से होगा, यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
24 दिसंबर को गहलोत सरकार के 13 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ले चुके है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच विभागों के बंटवारें को लेकर सहमति नहीं बन सकी है। साथ ही शासन सचिवालय में डिप्टी सीएम सचिन पायलट कहां बैठेंगे, यह भी अभी तक तय नहीं हो सका है। अब क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ही डिप्टी सीएम के शासन सचिवालय में बैठने का स्थान तय करेंगे।
वहीं मंत्रिमंडल में कई वरिष्ठ विधायकों का नहीं आना भी चर्चा का विषय बना रहा। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेस विधायक परसराम मोरदिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सीपी जोशी, हेमाराम चौधरी, समेत कई कांग्रेसी विधायक शपथ ग्रहण समारोह से नदारद रहे। सोमवार को राजभवन में राज्यपाल कल्याण सिंह ने कैबिनेट मंत्री के रूप में बीडी कल्ला, शांति कुमार धारीवाल, परसादीलाल मीणा, मास्टर भंवरलाल मेघवाल, लालचन्द कटारिया, डा. रघु शर्मा, प्रमोद जैन भाया, विश्वेन्द्र सिंह, हरीश चौधरी, रमेश मीणा, उदयलाल आंजना, प्रतापसिंह खाचरियावास, सालेह मोहम्मद को शपथ दिलाई। जबकि राज्यमंत्री के रूप में गोविंद सिंह डोटासरा, ममता भूपेश, अर्जुन लाल बामणिया, भंवरसिंह भाटी, सुखराम विश्नोई, अशोक चांदणा, टीकाराम जूली, भजनलाल जाटव, राजेन्द्रसिंह यादव, सुभाष गर्ग को शपथ दिलाई गई थी।