MP के चुनाव नतीजे आश्चर्यजनक, मुकाबला हुआ रोचक

भोपाल, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम और रुझान प्राप्त हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा चौंकाने वाला परिणाम मध्य प्रदेश का रहा है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में इस बार परिवर्तन की लहर थी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में 90 सीटें हैं। इसमें कांग्रेस 65 सीटों पर जीत रही है । यहां पर कांग्रेस को 26 सीटों का फायदा होता दिख रहा है। 2013 के चुनाव में छत्तीसगढ़ में भाजपा को 41 फ़ीसदी वोट मिला था, और कांग्रेस को 40.3 फ़ीसदी वोट मिला था अभी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 43 फ़ीसदी वोट मिला है। वहीं भाजपा का वोट प्रतिशत 32.9 है।
राजस्थान विधानसभा की 199 सीटें हैं। यहां पर कांग्रेस को 100 सीटें मिल रही हैं। उसे 79 सीटों का फायदा हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी को 74 सीटों पर विजय मिलती दिख रही है। यहां पर उसे 88 सीटों का घाटा हो रहा है। 2013 के राजस्थान के चुनाव में भाजपा को 45.2 फ़ीसदी वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस को 33.1 फ़ीसदी वोट मिला था। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 39.2 फ़ीसदी वोट मिले हैं। वहीं भाजपा को 38.8 फ़ीसदी वोट मिले हैं। जो 2013 की तुलना में लगभग 6.8 फ़ीसदी कम है।
मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटें हैं। यहां पर कांग्रेस 113 सीटों पर जीतती दिख रही है यहां पर कांग्रेस को 55 सीटों का फायदा होगा, वहीं भारतीय जनता पार्टी को 109 सीटों पर विजय मिलती हुई दिख रही है। यहां पर भाजपा को 56 सीटों का नुकसान होगा। 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 44.88 फ़ीसदी मत प्राप्त हुए थे। कांग्रेस को 36.38 फ़ीसदी मत प्राप्त हुए थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अभी तक जो रुझान आए हैं, उसमें 41.3 फ़ीसदी वोट मिले हैं। वहीं भाजपा को 41.2 फ़ीसदी वोट प्राप्त हुए हैं। इसको देखते हुए मध्य प्रदेश का चुनाव परिणाम सबसे आश्चर्यजनक लग रहा है। 2013 की तुलना में भाजपा का वोट बैंक 3.68 फ़ीसदी घटा है। वहीं कांग्रेस का वोट बैंक 4.92 फ़ीसदी बढ़ा है। इसके बाद भी कांग्रेस और भाजपा के बीच में केवल 4 सीटों का अंतर है।
मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य है जहां दिन भर मतगणना के रुझान को लेकर अनिर्णय और अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। मध्य प्रदेश की लगभग 80 सीटों पर ट्रेंड लगातार बदलते रहे । चुनाव विश्लेषकों के लिए मध्य प्रदेश के चुनाव परिणाम सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित करने वाले हैं। म.प्र. कांग्रेस कमेटी चुनाव को लेकर काफी सजग थी। इसके बाद भी चुनाव के दौरान मीडिया और डाक मत पत्रों को लेकर बड़ी गड़बड़ी पिछले दिनों सामने आई थी। कांग्रेस चुनाव प्रबंधन में पिछड़ती हुई दिख रही है। देर शाम को जिस तरह से लगभग एक दर्जन सीटों के परिणाम अंतिम दौर पर बदले हैं, उससे चुनाव को लेकर आश्चर्च देखने को मिल रहा है। धीरे-धीरे भाजपा और कांग्रेस के बीच का अंतर कम होता जा रहा है। रात 8 बजे तक दोनों के बीच मात्र 1 सीट का अंतर देखने को मिला। 111 सीटों पर कांग्रेस की बढ़त थी वहीं 110 सीटों पर भाजपा की बढ़त थी।

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