RBI गवर्नर उर्जित पटेल का इस्तीफा

नई दिल्ली, भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. सरकार और बैंक के बीच चल रही रस्सकशी के बीच काफी समय से उनके इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही थी.हालाँकि पटेल ने अपने इस्तीफे की वजह निजी कारण बताए हैं. पटेल का कार्यकाल अगले साल सितम्बर में पूरा हो रहा था. पटेल ने कहा की उन्हें आरबीआई में डिप्टी गवर्नर और गवर्नर रहते लोगों से जो सहयोग मिला है,वह इसके लिए सभी का आभारी हैं. उर्जित पटेल ने इस्तीफे में कहा है, ‘व्यक्तिगत कारणों की वजह से मैंने मौजूदा पद तत्काल प्रभाव से छोड़ने का फैसला किया है। वर्षों तक रिजर्व बैंक में विभिन्न जिम्मेदारियों के साथ मुझे रिजर्व बैंक में सेवा का मौका मिला, यह मेरे लिए सम्मान की बात है।’ गौरतलब है कि उर्जित पटेल का कार्यकाल सितंबर 2019 में खत्म होने वाला था।
उन्होंने आगे लिखा, ‘आरबीआई स्टाफ, ऑफिसर्स और मैनेजमेंट के समर्थन और कड़ी मेहनत से बैंक ने हाल के वर्षों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। मैं इस मौके पर अपने साथियों और आरबीआई के डायरेक्टर्स के प्रति कृतज्ञता जाहिर करता हूं और उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं।’ रिजर्व बैंक की स्वायत्तता पर केंद्र सरकार के कथित हस्तक्षेप को लेकर पिछले कई दिनों से बहस चल रही थी।
पटेल सितंबर 2016 में रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर नियुक्त किए गए थे। वह तीन साल के लिए नियुक्त किए गए थे। इससे पहले वह रिजर्व बैंक में ही डेप्युटी गवर्नर थे।
ज्ञात रहे कि आरबीआई गवर्नर ने ऐसे समय में इस्तीफा दिया है जब एक दिन बाद ही संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने वाला है। सोमवार को ही विपक्षी दलों ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाने के लिए बैठक भी की है। राफेल, बेरोजगारी, किसान समेत कई मसलों को लेकर पहले से ही केंद्र पर हमलावर विपक्ष अब आरबीआई के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर सकता है।
पटेल RBI के 24वें गवर्नर थे, उनका कार्यकाल अगस्त 2019 तक का था। उर्जित पटेल से पहले सितंबर 2016 तक रघुराम राजन RBI गवर्नर थे। ध्यान रहे कि रघुराम राजन के भी केंद्र सरकार के साथ तकरार की तमाम खबरें सामने आईं। 18 जून 2016 को राजन ने कहा था कि वह दूसरी बार RBI गवर्नर नहीं बनेंगे।
प्रतिक्रियाएं
उर्जित के साथ अच्छा अनुभव : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उर्जित पटेल के कार्यकाल की तारीफ करते हुए कहा है कि उनके नेतृत्व में आरबीआई ने अच्छा काम किया था। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उर्जित पटेल को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि उनके साथ काम का अनुभव अच्छा रहा।
उनकी विद्वता से लाभान्वित हुआ : अरुण जेटली
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा, ‘गवर्नर और डेप्युटी गवर्नर के रूप में डॉक्टर उर्जित पटेल द्वारा देश की सेवा की सरकार प्रशंसा करती है। उनके साथ काम करना मेरे लिए खुशी की बात रही और उनकी विद्वता से लाभान्वित हुआ। मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’
उन्हें पद छोड़ने से रोकना चाहिए : सुब्रमण्यन स्वामी
सुब्रमण्यन स्वामी ने उर्जित पटेल के इस्तीफे पर कहा, ‘उनका इस्तीफा हमारी अर्थव्यवस्था, RBI और सरकार के लिए बुरा है। उन्हें कम से कम जुलाई, अगली सरकार के सत्ता में आने तक रहना चाहिए था। प्रधानमंत्री को उन्हें कॉल करनी चाहिए और वजह का पता लगाएं। जनहित में उन्हें पद छोड़ने से रोकना चाहिए।’
आर्थिक आपातकाल : अहमद पटेल
कांग्रेसी नेता अहमद पटेल ने कहा जिस तरह RBI गवर्नर को पद छोड़ने के लिए विवश किया गया, वह भारत के मॉनिटरी और बैंकिंग सिस्टम के लिए झटका है। वास्तव में बीजेपी सरकार ने आर्थिक आपातकाल लगा दिया है। देश की प्रतिष्ठा दांव पर है।’
फैसला चौंकाने वाला: एस गुरुमूर्ति
आरबीआई के केंद्रीय बोर्ड के सदस्य एस गुरुमूर्ति ने उर्जित पटेल के इस्तीफे को चौंकाने वाला बताया है। उनका कहना है कि पिछली बैठक काफी अच्छे माहौल में हुई थी। ऐसे में पटेल का इस्तीफा झटके की तरह है।
चिंताजक : रघुराम राजन
पटेल के इस्तीफे पर पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि आरबीआई में जो चल रहा है उस पर सभी भारतीयों को चिंता करनी चाहिए। राजन ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में महंगाई दर में कमी का श्रेय आरबीआई को मिलना चाहिए। सरकार को केंद्रीय बैंक की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए।

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