अमृतसर ट्रेन हादसे में अनाथ हुए बच्चों को सारी उम्र पढ़ाएंगे नवजोत

अमृतसर,पंजाब सरकार में निकाय और पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्रेन हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों और अनाथ बच्चों की बड़ी जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें गोद लिया है। सिद्धू ने कहा कि जिन परिवारों में बच्चों को पढ़ाई लिखाई या खाने तक की तंगी होगी, मैं जेब से पूरी करूंगा। जब तक मेरी जेब में चार पैसे हैं, मैं सबको गोद लेता हूं और उनकी देखभाल करूंगा। यह मेरा परिवार है। यह वो लोग हैं जिन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू को सम्मान दिया। सिद्धू ने कहा कि गुरु की नगरी में यह उनका दूसरा वचन है। पहला वचन दिया था कि जब तक सियासत में हूं, अमृतसर से चुनाव लड़ूंगा। अब यह मेरा दूसरा वचन है। जब तक मेरी धर्मपत्नी है, कोई अनाथ या बेसहारा वो भूखा नहीं रहेगा। इन लोगों का मुझ पर और मेरी पत्नी पर एहसान है। गौरतलब है कि शुक्रवार को अमृतसर में जौड़ा फाटक के नजदीक दशहरा वाले दिन रावण दहन देख रहे लोगों को पटरी पर रौंदते हुए ट्रेन निकल गई। इस हादसे में 59 लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई लोग घायल हुए थे। सिद्धू ने कहा कि किसी की भी पढ़ाई की जिम्मेदारी मेरी है। अगर परिवार में कोई कमाने वाला नहीं है, तो मेरी जिम्मेदारी है। अगर परिवार में कोई सेटल नहीं है तब भी मेरी जिम्मेदारी है। उनके खाने पीने से लेकर सारा खर्च जेब से वहन करूंगा। हमें इन लोगों से प्यार मिला, विश्वास मिला है, इससे बढ़कर क्या चाहिए।

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