अहमदाबाद,पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के अनशन का मंगलवार को 18वां दिन है। शुक्रवार को तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां दो दिन उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्होंने अपनी हड़ताल जारी रखी है। हार्दिक पटेल ने ट्वीट करके पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस के भारत बंद का समर्थन करते हुए हार्दिक पटेल ने ट्वीट किया कि भारत बंद जनता के कष्ट से बेखबर आत्ममुग्ध मोदी सरकार को जगाने के लिए है। उन्होंने कहा कि ओ विकास – मैं सोच रहा था, पेट्रोलपंप का नाम बदलकर ‘पीएम वसूली केंद्र’ रखें, तो कैसा रहेगा!
हार्दिक ने ट्वीट करके कहा कच्चे तेल की कीमत जुलाई 2008 में 132 डॉलर थी, तो दिल्ली में तेल की भाव 50.62 रुपए प्रति लीटर था। कच्चे तेल की कीमत जनवरी 2016 में सिर्फ 30.5 डॉलर हो गई तो दिल्ली में तेल का भाव 59.99 रुपए प्रति लीटर था। यानी कच्चे तेल की कीमत 132 से 30.5 डॉलर, कुल 75 फीसदी गिरी, लेकिन कीमत 18 फीसदी बढ़ी। वहीं दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने मांग की कि गुजरात की भाजपा सरकार पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल से बातचीत करे।
निर्दलीय विधायक मेवाणी ने हार्दिक पटेल से भेंट की और उनके आंदोलन के प्रति समर्थन व्यक्त किया। हार्दिक पटेल आरक्षण और कृषि ऋण माफ करने की मांग को लेकर शहर के बाहरी इलाके में अपने घर पर 25 अगस्त से उपवास पर हैं। इन निर्दलीय विधायक ने कहा सरकार को अपना अहं एक तरफ रखकर हार्दिक से ऋण माफी के मुद्दे पर बातचीत करनी चाहिए। मैं हार्दिक से अपील करता हूं कि यदि सरकार ध्यान नहीं देती है, तो वह आंदोलन के दूसरे तरीकों पर ध्यान दें।
उन्होंने पुलिस पर हार्दिक पटेल के समर्थकों पर उनसे मिलने से रोकने का भी आरोप लगाया। मेवाणी के आने से पहले हार्दिक पटेल की पुलिसकर्मियों के साथ कहासुनी हुई जब उनके एक रिश्तेदार को उनसे मिलने से रोका गया। कॉलोनी के मुख्य द्वार पर अपने रिश्तेदार को रोके जाने की खबर पाकर हार्दिक पटेल कार से वहां पहुंचे और पुलिसवालों से कहा कि मेरे रिश्तेदारों को नहीं रोको।