एशियाई गेम्स में साइना ने बैडमिंटन मुकाबले में जीता कांस्य पदक

जकार्ता,अनुभवी खिलाड़ी साइना नेहवाल एशियार्इ खेलों के महिला बैडमिंटन के एकल मुकाबले में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गयी हैं। साइना को सेमीफाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग ने सीधे गेम में 21-17 और 21-14 से हराया। इससे साइना को कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा पर उनके नाम रिकार्ड जरुर दर्ज हो गया। चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग के खिलाफ साइना को पहले गेम में 21-17 से हार का सामना करना पड़ा पर दूसरे गेम में भारतीय खिलाड़ी ने वापसी की, लेकिन इसके बाद विश्व की नंबर एक खिलाड़ी ने लगातार अंक हासिल करते हुए 21-14 से जीत दर्ज कर फाइनल में प्रवेश किया।
यह पहला मौका है जब एशियाई खेलों की बैडमिंटन स्पर्धा के महिला एकल में भारत को पदक मिला है। इससे पहले कभी किसी भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ने महिला एकल में पदक नहीं जीता था। रेकॉर्ड की बात करें तो बैडमिंटन की व्यक्तिगत स्पर्धा में अंतिम बार सैयद मोदी ने 1982 में कांस्य पदक जीता था। साइना और यिंग के बीच अबतक हुए 16 मुकाबलों में से 11 बार यिंग जबकि पांच बार सानिया को जीत मिली है। शुरुआत में ही यिंग ने साइना की गलतियों का फायदा उठाते हुए 5-1 की बढ़त ले ली। इसके बाद साइना ने वापसी करते हुए स्कोर 6-7 तक पहुंचा दिया और फिर 8-8 से बराबरी पर ला दिया। यहां दोनों खिलाड़ियों में जबरदस्त संघर्ष हुआ और स्कोर 9-9, 10-10 तक बराबर चला। हालांकि, यहां यिंग ने लगातार 5 पॉइंट लेकर स्कोर 15-10 कर दिया। साइना ने वापसी की, लेकिन वह यिंग से पार नहीं पा सकीं। चीनी ताइपे की खिलाड़ी ने यह गेम 19 मिनट में 21-17 से अपने नाम किया।
दूसरे गेम में भी साइना थोड़ा दबाव में नजर आईं। विपक्षी खिलाड़ी ने 5-1 की बढ़त ले ली। हालांकि, साइना ने वापसी करते हुए स्कोर 6-6 बराबर कर लिया। यहां उनके पास बढ़त का मौका था, पर नेट पर खराब शॉट की वजह से गंवा दिया। इसका फायदा यिंग ने उठाया और 10-7 की बढ़त ले ली। इसके बाद साइना ने लगातार 3 अंक लेकर स्कोर 10-10 से बराबरी पर ला दिया। यहां साइना ने ड्रॉप शॉट का जबरदस्त इस्तेमाल करते हुए 4 अंक हासिल किये और 14-13 की बढ़त ले ली लेकिन यहां यिंग ने वापसी की और लगातार अंक लेकर 21-14 से जीत दर्ज की।

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