नई दिल्ली,कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने पार्टी की संसदीय दल की बैठक में राहुल गांधी को अपना बॉस बताया है। उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ‘अब राहुल गांधी मेरे बॉस हैं। नए बॉस के बारे में कोई शंका नहीं है। उम्मीद है आप सब मिलकर राहुल के साथ काम करेंगे। सोनिया गांधी ने बैठक में केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर दिया है। सरकार ने संसद, सुप्रीम कोर्ट और मीडिया को कमजोर कर दिया। उन्होंने कहा कि कृषि और अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार के दावे गलत हैं। नई नौकरियां मिल नही रहीं, बल्कि पुरानी जा रही हैं।’ उन्होंने कहा कि इन चार सालों में देश में निवेश काफी गिर गया है। उल्लेखनीय है कि ही पार्टी की पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित करते हुउ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देशभर से आए अपने नेताओं के प्रतिनिधिमंडलों और कार्यकर्ताओं के साथ यहां अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) मुख्यालय में मुलाकात की थी। सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी सुबह करीब ९ बज कर १५ मिनट पर यहां अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यलाय आए और दिल्ली, राजस्थान और चुनाव वाले कर्नाटक सहित विभिन्न राज्यों के कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की। पार्टी प्रमुख के साथ पहले से ही इन प्रतिनिधियों के मुलाकात का कार्यक्रम तय था। पूर्व में कांग्रेस अध्यक्ष तक आसानी से पहुंच का मुद्दा चर्चा का विषय रहा है। पिछले कई सालों से एआईसीसी में कांग्रेस प्रमुख का कार्यालय बंद रहा है। यह तब खुलता था जब पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस कार्यकारी समित (सीडब्लयूसी) की बैठक या पार्टी के स्थापना दिवस जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में यहां आती थीं। हाल ही में कार्यालय की सफाई की गयी थी और वहां राहुल गांधी के बैठने के लिए प्रबंध किया गया। पूर्व में इंदिरा गांधी जैसी नेता वहां जनता दरबार में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करती थीं।
2004 की तरह पहले चुनाव के लिए रहें तैयार
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस की संसदीय बोर्ड की बैठक में मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बजट, अर्थव्यवस्था, रोजगार समेत सभी मुद्दों पर मोदी सरकार असफल साबित हुई है। सोनिया ने कहा सरकार की ओर से जो आर्थिक उपलब्धियां गिनवाई जा रही हैं, वे जमीन पर नहीं दिखाई दे रही हैं। किसान बदहाल हैं। देश में किसानों की हालत बदहाल है। वे आत्महत्याएं कर रहे हैं। प्रधानमंत्री इस सबसे बेपरवाह हैं। वह उनकी बदहाली दूर करने की जगह दिवा स्वप्न दिखाने में लगे हुए हैं।
सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा वह समय से पहले चुनाव के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा अगले एक साल में हमें कई राज्यों के चुनाव का सामना करना है। केंद्र सरकार समय पहले लोकसभा चुनाव भी करा सकती है। हमें इस लिहाज से भी तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2014 की हार हमारे लिए एक झटका थी।हमें मोदी सरकार की कमियों पर कम बल्कि अपनी रणनीति पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा ग्रामीण भारत और छोटे व्यापारियों की हालात ठीक नहीं है। युवाओं में रोजगार को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। देश में नए रोजगार नहीं बढ़ रहे हैं। इसके अलावा लोग अपनी पुरानी नौकरियां खोते जा रहे हैं। सोनिया ने कहा कि रोजगार के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया जाना जरूरी है। सोनिया गांधी ने कहा कि चार सालों में ऐसा नहीं हो पाया है। सोनिया ने कहा मोदी सरकार की सभी योजनाएं यूपीए सरकार की हैं। मोदी सरकार बस नाम बदलकर उन्हें पेश कर रही है। उन्होंने कहा सरकार को सत्ता में आए चार साल हो गए हैं। इतने दिनों में ही लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा हो गया है। इसका असर संसद, न्यायपालिका, मीडिया और समाज के सभी पक्षों पर पड़ा है। उन्होंने कहा देश में अल्पसंख्यक समाज के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। सोनिया गांधी बोलीं पिछले कुछ समय में दलित और अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे है। इसका उदाहरण हमें उत्तर प्रदेश और गुजरात में देखने को मिला है।