AMU छात्र मन्नान वानी का MP कनेक्शन आतंकी होने का संदेह एके-47 के साथ फोटो आने से हड़कंप

लखनऊ/भोपाल,उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ स्थित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पीएचडी छात्र मन्नान बशीर वानी को लेकर हंगामा मच गया है। वहीं, वानी के मध्य प्रदेश से भी संबंध सामने आ रहे हैँ। ऐसे में मप्र पुलिस के हाथपांव फूल गये हैं। मप्र एटीएस ने जांच अपने हाथ में ले ली है। 3 जनवरी से लापता मन्नान वानी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। इस तस्वीर में मन्नान के हाथ में ऑटोमैटिक राइफल दिख रही है। उसके हिज़बुल में शामिल होने की बात लिखी हुई है। रविवार को ही मन्नान के पिता ने उसकी गुमशुदगी का केस दर्ज कराया था। मन्नान की तलाश में पुलिस ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के हबीब हॉस्टल में छापेमारी भी की, जहां से पुलिस को कई आपत्तिजनक किताबें मिली हैं। पुलिस ने मन्नान के कमरे को सील कर दिया है। मनान के हिज़बुल में शामिल होने की खबरों के बाद एएमयू प्रशासन ने मन्नान को यूनिवर्सिटी से सस्पेंड कर दिया है। मनान एप्लाइड जियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था। मन्नान के पिता बशीर अहमद वानी लेक्चरर हैं। मन्नान का भाई जूनियर इंजिनियर है। मनान ने क्लास 10 तक जवाहर नवोदय विद्यालय से पढ़ाई की है। साउथ कश्मीर के कुपवाड़ा जिले का रहने वाला मन्नान वानी एक संपन्न परिवार से है।
खबरें है कि वह पांच जनवरी को हिजबुल में शामिल हो गया है।
आईसेक्ट विश्वविद्यालय आ चुका वानी
वानी भोपाल की आईसेक्ट यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में शामिल हो चुका है इस फोटो के सामने आने के बाद मप्र एटीएस भी जांच में जुट गई है। यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में नजर आ रहे मनान की फोटो सामने के बाद अब एटीएस ने मनान के मध्यप्रदेश कनेक्शन को तलाशना शुरू कर दिया है। वो साल 2016 में हुई एक इंटरनेशनल कांफ्रेंस में शामिल होने भोपाल आया था। अब एमपी एटीएस उसकेभोपाल दौरे को लेकर पूरी जानकारी और उसके अन्य संर्पकों की जानकारी जुटा रही है। बताया जा रहा है कि वो यहां कश्मीरी छात्रों से भी मिला था।
कौन है वानी
मन्नान वानी पांच साल से एएमयू में पढ़ रहा था। वह एमफिल कर रहा था। वह अब जिऑलजी में पीएचडी कर रहा है। वह यूनिवर्सिटी से घर नहीं आया। दो दिन पहले राइफल के साथ उसकी फोटो फेसबुक पर वायरल हो गई, जिसमें लिखा था कि उसने 5 जनवरी को हिज्बुल जॉइन कर लिया।
बडग़ाम में पुलिस पर फायरिंग, 3 आतंकी को ढेर
कश्मीर के बडग़ाम में सोमवार को आतंकियों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की। इसके बाद जवाबी फायरिंग में पुलिस फोर्स ने 3 आतंकवादी को मार गिराया। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर 31 दिसंबर को आतंकी हमला किया गया था। इसमें 3 कैप्टन समेत 5 शहीद हो गए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।

 

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