बस हादसे के बाद पुलिस ने इंदौर के डीपीएस स्कूल परिसर में छापा मारा, तीन गिरफ्तार

इंदौर,इंदौर में हुए भीषण सड़क हादसे में प्रारम्भिक तौर पर दोषी माने गए स्कूल के ट्रांसपोर्ट मैनेजर, कंपनी के संचालक और कर्मचारी को गैरइरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। रात भर पुलिस स्कूल और निजी कंपनी में दस्तावेज खंगालती रही। दिल्ली पब्लिक स्कूल की बस दुर्घटना में हुई चार बच्चों सहित पांच मौतों के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस ने डीपीएस परिसर पर छापा मार कर पुलिस ने यहां से 68 बसों के दस्तावेज जब्त किए हैं। पुलिस ने स्पीड गवर्नर लगाने वाली कंपनी के दो दफ्तर सील करते हुए स्कूल के ट्रांसपोर्ट मैनेजर, कंपनी के संचालक और कर्मचारी को गैरइरादतन हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। प्रदेश के गृहमंत्री के आदेश के बाद पुलिस ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री, पुलिस मुख्यालय और गृहमंत्री को भेजी, जिसमें हादसा होने का कारण स्टीयरिंग फेल होना नहीं, बल्कि तेज रफ्तार बताया गया है।
जांच में शामिल विशेषज्ञ और एमटीओ टीम ने बताया कि घटना के समय बस की स्पीड 70 किमी प्रति घंटा से अधिक थी।
इस कारण बस बेकाबू होकर डिवाइडर से जा टकराई और दूसरी लेन में चली गई। स्टीयरिंग फेल होता तो टायर और रॉड पर असर होता, जबकि स्टीयरिंग और रॉड टूटी हुई है। यह टक्कर के बाद टूटी थी। डीआईजी ने शनिवार को मामले की केस डायरी कनाड़िया थाने से लसूड़िया टीआई राजेंद्र सोनी को ट्रांसफर कर दी। इसके बाद देर रात पुलिस गिरफ्तार आरोपियों को लेकर स्कूल पहुंची और स्कूल की ट्रांसपोर्ट शाखा में छापा मारा। आरोपियों ने पूछताछ में बताया सुविधा ऑटो गैस के पास स्पीड गवर्नर बनाने वाली तीन-चार कंपनियों की डीलरशिप है। दुर्घटनाग्रस्त बस में उसने रोजमार्टा कंपनी के स्पीड गवर्नर का फर्जी प्रमाण पत्र जारी किया था।
टीम ने देर रात निपानिया स्थित डीपीएस, तीन इमली स्थित सुविधा ऑटो गैस इंडिया के दफ्तर और गीता भवन स्थित एक अन्य स्पीड गवर्नर कंपनी के ऑफिस में छापा मारा। आरोपियों ने बताया कि एक हजार रुपए में वे बसों में स्पीड गवर्नर का प्रमाण-पत्र जारी कर देते थे, जबकि 1800 रुपए लेकर फिटनेस प्रमाणपत्र दे देते थे। पुलिस के मुताबिक हादसे में स्कूल का ट्रांसपोर्ट मैनेजर और स्पीड गवर्नर का प्रमाण-पत्र जारी करने वाली कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी आरोपी पाए गए हैं। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने ट्रांसपोर्ट मैनेजर चैतन्य कुमावत, स्पीड गवर्नर लगाने वाली सुविधा ऑटो गैस के संचालक नीरज अग्निहोत्री व कर्मचारी जलज मेश्राम को गिरफ्तार कर लिया।

 

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