सीहोर,मध्यप्रदेश का किसान इन दिनों सरकार पर हमलावर है, मुख्यमंत्री के गृह जिले सीहोर में 28 दिसंबर को नसररूल्लागंज क्षेत्र के 74 गांव के किसान पानी की समस्या को से मुख्यमंत्री को चेताना चाहते थे। इसके लिये किसानों ने प्लान बनाया कि वे सीहोर से भोपाल तक पदयात्रा निकालकर डैम की मांग रखेंगे और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपेंगे,लेकिन इसकी भनक जैसे ही मुख्यमंत्री को लगी तो उन्होंने तत्काल इसका हल निकालने की सोची।
आनन-फानन में पीडब्ल्यूडी मंत्री और सीहोर के प्रभारी मंत्री रामपाल सिंह को प्रशासनिक अमले के साथ किसानों को मनाने भेजा गया। इस बात का खुलासा खुद रामपाल सिंह ने किया है। रामपाल ने किसानों से अपील की- मैं अपने दौरा रद्द कर मुख्यमंत्री के कहे अनुसार आप लोगों के बीच आया हूं। मैं आपसे एक माह का समय मांग रहा हूं इस एक माह में आपको भोपाल आने की जरूरत नहीं पड़ेगी, स्वयं मुख्यमंत्री आकर अधिकारियों के साथ आपको यह खुशखबरी सुनाएंगे। मंत्री रामपाल ने किसानों को यहां तक दिलासा दिलाया कि यदि 1 माह के अंदर यह काम पूरा नहीं हुआ तो मैं स्वयं आपके साथ खड़ा रहूंगा।
किसानों की मांगें
– जल संसाधन विभाग के ईई को हटाया जाये
– 10 वर्ष से बैराजों का निर्माण नहीं कर रहे अफसरों पर कार्रवाई हो
– कृषि कार्य करते वक्त किसान की मौत पर 4 लाख का मुआवजा दें
– एक करोड़ तक का कर्ज माफ किया जाये