थाने में दूध देने वाले पति और पुलिस वालों से बचाओ जो मिलकर प्रताड़ित कर रहे…

होशंगाबाद,पुलिस अधीक्षक अरविंद सक्सेना जनसुनवाई में मंगलवार को तब दंग रह गए जब एक बुजुर्ग महिला ने अपने ही पति पर पुलिस से प्रताड़ित कराने सहित बेटे को धारा 151 में जेल पहुंचाने का गंभीर आरोप लगाते हुए बेटे के परिवार को बचाने की गुहार लगाई। थाना केसला ताकू निवासी बुजुर्ग महिला फूलवती बाई (55) ने एसपी को शिकायत कर गुहार लगाते हुए बताया कि वह अपने एकलौते बेटा बहु के साथ रहती हूं। मेरा बेटा शिवराम यादव खेती किसानी कर दो बच्चों सहित परिवार का भरण पोषण करता है। मेरे पति श्रीराम यादव (60) लगातार मुझे व मेरे बेटा-बहु को झूठी शिकायतें कर केसला पुलिस से प्रताड़ित करवा रहा है। मेरे पति श्रीराम यादव ने 4 विवाह किए हैं। मुझसे भी झूठ बोलकर विवाह किया था। उसके बावजूद मैंने निभाया। मेरा पति श्रीराम उसकी तीसरी पत्नि सागर बाई के साथ ताकू में रहता है। पुस्तैनी खेती किसानी सहित दूध बेचने का व्यवसाय करता है। श्रीराम केसला थाने में भी दूध देने जाते हैं थाने में उनकी अच्छी पहचान है। इसलिए केसला पुलिस मेरे पति की शिकायत पर लगातार हमें प्रताड़ित कर हमारे परिवार और बेटे को अपराधी बनाने पर तुली हुई है। मेरे पुत्र शिवराम यादव ने ससुराल पक्ष की मदद से 2 एकड़ जमीन ली है, तभी से मेरे पति व उनके अन्य लड़के जमीन को लेकर विवाद कर रहे हैं। मेरे पुत्र के नाम पर लिए ट्रेक्टर पर भी कब्जा करना चाहते हैं। यह पुलिस से लगातार प्रताड़ित करवा रहे हैं कि हम गांव छोड़कर चले जाएं। 22 अक्टूबर की शाम मेरा लड़का शिवराम खेत पर ट्रेक्टर चलाकर खेत में बखरनी कर रहा था उसी दौरान मेरे पति श्रीराम यादव के साथ उनके लड़के रामदास यादव, रामसेवक उर्फ सेवक यादव, संतोष पिता रामसेवक, संदीप द्वारा जान से मारने की धमकी देते हुए डंडो से हमला कर दिया था। जिसमें मेरे पुत्र शिवराम को शरीर में गंभीर चोटें आई और उसका हाथ तक टूट गया था। केसला पुलिस ने बामुश्किल रामदास यादव और रामसेवक के खिलाफ मामला साधारण धाराओं में दर्ज किया। मेरे पति श्रीराम सहित फौज से छुट्टी पर गांव आए रामसेवक के पुत्र संतोष सहित संदीप पर मामला दर्ज नहीं किया। बाद में पता चला कि हमारे ही खिलाफ केसला पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। धमकी दे रहे हैं कि समझौता कर लो नहीं तो शिवराम का जिलाबदर कर देंगे। पीड़ित बुजुर्ग महिला ने परिवार को केसला पुलिस की प्रताड़ना से बचाने और 22.10.17 को की गई रिपोर्ट में श्रीराम यादव, संतोष यादव व संदीप यादव का नाम शामिल कराते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *