जबलपुर, संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा (जेडीई) ऑफिस में पिछले दिनों जाम छलकाने वाले कर्मचारियों का मामला सामने आने के बाद इस मामले में फंसे बाबू और भृत्त कल जांच अधिकारी के सामने अपना बयान देने कार्यालय पहुंंचे। इसी बीच कार्यालय के कुछ कर्मचारियों ने हाजिर हो-हाजिर हो के नारे भी लगाये।
शराबखोरी के आरोपी बाबू और भृत्त शर्म के मारे सिर झुकाये खड़े थे। अधिकारी ने इन्हें बारी-बारी से बुलाकर उनके बयान दर्ज किये। बंद कमरे में कर्मचारियों के बयान लिये गये। यहां उल्लेखनीय है कि बीते दिनों जेडीई ऑफिस में विधानसभा-प्रश्नों की तैयारी कर रहे 8 बाबू और भृत्यों का एक वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था। वीडियों में बाबू-भृत्य जमकर ऑफिस में दारुखोरी करते दिखाई दे रहे थे। वीडियों में न सिर्फ जेडीई बल्कि डीईओ कार्यालय के कर्मचारी भी साफ नजर आ रहे थे। वीडियो वायरल होने के साथ-साथ एक गुमनाम पत्र भी वारयल किया गया था जिसमें ऑफिस टाईम के बाद कार्यालय में बैठकर शराबखोरी कर रहे लोागों के पदनाम सहित जानकारी बताई गई थी। इस मामले में कलेक्टर ने संज्ञान लेते हुये अपर कलेक्टर को जांच सौंपी थी। उसके बाद प्रभारी जेडीई एम.एस. मरावी ने सभी आरोपी कर्मचारियों को निलंबित करते हुए उनकी जांच के आदेश दिये थे। जांच अधिकारी बरगी स्कूल प्राचार्य अमर सिंह को बनाया गया। जेडीई के दिशा-निर्देश पर जांच अधिकारी अमर सिंह ने कल कार्यालय पहुुंचकर आरोपी कर्मचारियों जेडीई ऑफिस से सुनी खोखले-बड़े बाबू, अनिल उपाध्याय- बाबू, मुकेश विश्वकर्मा-लेखापाल, अनिल शर्मा-बाबू, संजय महार-बाबू, सचिन नामदेव-ऑपरेटर, रवि चौधरी-भृत्य। डीईओ ऑफिस के मनोज मनोज तिवारी-बाबू, जेपी नामदेव-बाबू (रिटार्यड) अशोक शिववेदी बाबू के बयान दर्ज किये।