लखनऊ,लखनऊ के शिरोज हैंगआउट में आज से शुरू हुए पांचवें लिटरेरी फेस्टिवल में अपनी किताब ‘बिहार से तिहाड़’ पर चर्चा के लिए लखनऊ पहुंचे कन्हैया कुमार पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। कन्हैया कुमार जैसे ही मंच पर बोलने पहुंचे एबीवीपी के कार्यकर्ता मंच पर पहुंच गए और ‘कन्हैया कुमार वापस जाओ’ के नारे लगाते हुए हंगामा करने लगे। एबीवीपी समर्थकों के इस हंगामें से लिटरेरी फेस्टिवल पूरी तरह से बाधित हो गया। इस कार्यक्रम को आयोजित कर रहीं शिरोज हैंगआउट की एसिड अटैक पीड़ितों ने लगातार एबीवीपी कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने किसी की एक ना सुनी।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं के इस विरोध पर कन्हैया कुमार ने कहा कि लखनऊ तहजीब का शहर है, और यह कम से कम लखनऊ की तहजीब तो नहीं है। बाद में मंच पर बोलने आए कन्हैया कुमार ने कहा कि यह पहला मौका है जब किसी लिटरेरी फेस्टिवल में मेरा राजनैतिक विरोध हो रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अलग विचार धारा होने के बावजूद भी एक मंच से दोनों को बोलने की आजदी है। यही लोकतंत्र की खूबी है। उन्होंने कहा कि यह जनता को तय करने का अधिकार है कि वह किसे सही समझती है और किसे गलत। इस परंपरा को जिंदा रखने की जरूरत है।
घटना की सूचना पर करीब एक घंटे बाद पहुंची पुलिस ने विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को वहां से बाहर निकाला। इस दौरान करीब एक घंटे तक कार्यक्रम स्थगित रहा।
उल्लेखनीय है कि लखनऊ के शिरोज हैंगआउट में 10 से 12 नवंबर तक लिटरेरी फिस्विल का आयोजन किया जा रहा है। तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में अभिनेत्री दिव्य दत्ता, कन्हैया कुमार, अभिसार शर्मा और शत्रुघ्न सिन्हा अपनी पुस्तक चर्चा करने के लिए हिस्सा ले रहे हैं। इस समारोह में आज असदुद्दीन ओवैसी ने भी हिस्सा लिया।