राजधानी के 119 स्कूलों में से केवल एक ए ग्रेड में, 24 स्कूल आए बी ग्रेड में

भोपाल,प्रदेश में स्कूलों की ग्रेडिंग में सभी जिले फिसड्डी हैं। कोई भी जिला ‘ए’ और ‘बी’ श्रेणी में नहीं है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में 119 स्कूलों में निरीक्षण किया गया। इनमें से केवल एक स्कूल ही ए ग्रेड में आया है, जबकि 24 स्कूल बी ग्रेड में आए हैं। पूरे जिले में केवल एक प्रतिशत स्कूल ही ए ग्रेड में माने गए हैं। इसी तरह इंदौर के 157 स्कूलों में भी केवल एक स्कूल ही ए ग्रेड में स्थान बना सका है, जबकि 35 स्कूल बी ग्रेड में आए हैं। सीहोर, सिवनी, शहडोल, शाजापुर, सिंगरौली, उज्जैन आदि जिलों का एक भी स्कूल ए ग्रेड में नहीं आ सका है। मालूम हो कि स्कूलों में होने वाले निरीक्षण के लिए विभाग ने कई पैमाने तय किए हैं। इसमें अधोसंरचना, विद्यार्थियों-शिक्षकों की उपस्थिति, अकादमिक स्थिति, परीक्षा परिणाम, शिक्षक कार्य प्रदर्शन आदि शामिल है। प्रभारी लोक शिक्षण आयुक्त अजय गंगवार के मुताबिक स्कूलों के बाह्य मूल्यांकन की प्रक्रिया अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद फिर से दोहराई जाएगी। यह परीक्षा दिसंबर में होना है। अक्टूबर महीने की रिपोर्ट भी 10 नवंबर तक देना अनिवार्य किया गया है।
सूत्रों की माने तो जिलों की ग्रेडिंग के लिए जिला शिक्षा अधिकारी और अतिरिक्त परियोजना समन्वयक द्वारा निरीक्षित स्कूलों की जानकारी की ठीक से प्रविष्टि नहीं की गई। स्कूल शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने भरी हुई जानकारी सिर्फ खानापूर्ति के उद्देश्य से की गई बताई है। इसी के साथ डीईओ और डीपीसी को जमकर फटकार भी लगाई है। लोक शिक्षण के प्रभारी आयुक्त अजय गंगवार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अधिकारियों के निरीक्षण में उनकी गंभीरता प्रदर्शित नहीं हो रही है। ऐसे जिलों को निरीक्षण में अंक भी नहीं दिए गए हैं। एक स्कूल और एक परिसर के लिए जिलों द्वारा दी गई जानकारी विसंगतिपूर्ण है। गंगवार ने कहा है कि जानकारी के आधार पर यह स्पष्ट हो रहा है कि निर्देशों के अनुरूप क्रियान्वयन नहीं किया गया। इस कारण जिलों को अंक प्रदान नहीं किए गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *