केजरीवाल ने व्यापमं, महंगी बिजली, कानून व्यवस्था में खराबी के मामलों पर शिवराज को घेरा

भोपाल,आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में थे। वह मध्यप्रदेश में 2018 में होने वाले चुनाव में सभी विधानसभा सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार उतारने की तैयारी में हैं। केजरीवाल के मैदान में आने के बाद मध्यप्रदेश का 2018 का विधानसभा चुनाव काफी रोचक हो सकता है। यहां उन्होंने कहा कि जैसे दिल्ली के लोगों ने दिल्ली की राजनीति बदल दी, वैसे ही मध्यप्रदेश की जनता को यहां की राजनीति बदलना है। यदि आप भ्रष्टाचार चाहते हैं तो भाजपा को वोट देना, नहीं तो आम आदमी पार्टी की सरकार बनाना। मैं आप से पूछना चाहता हूं कि मध्यप्रदेश से भ्रष्टाचार दूर होना चाहिए या नहीं। अगर ढाई साल में दिल्ली का विकास हो सकता है तो 15 सालों में मध्यप्रदेश का विकास क्यों नहीं हुआ। उन्होंने मध्यप्रदेश के अस्पतालों के बारे में कहा कि वे जर्जर हालत में हैं, जबकि दिल्ली में सारे टेस्ट, इलाज और सारी दवाएं मुफ्त कर दी गई हैं। डॉक्टर टाइम पर पहुंचते हैं। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में स्वीमिंग पूल बन रहे हैं। सुविधाएं बढ़ रही है। मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों की हालत खराब है। पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में मिलती है। मध्यप्रदेश के लोगों का क्या गुनाह है कि उन्हें बिजली महंगी मिलती है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग मध्यप्रदेश से बिजली खरीदते हैं और बिजली बेचने वाला मध्यप्रदेश महंगी बिजली पाता है। हमारी सरकार ने दिल्ली में भ्रष्टाचार खत्म कर दिया है। केंद्र की भाजपा सरकार ने सर्वे कराया। सेंट्रल विजिलेंस कमीशन (सीवीसी) ने सर्वे किया। उसी से पता चला कि केंद्र सरकार में 67 प्रतिशत करप्शन बढ़ गया, जबकि दिल्ली की ढाई साल वाली सरकार में 81 प्रतिशत करप्शन कम हो गया। आज आम आदमी पार्टी की पहचान ईमानदारी के लिए होती है। दुनिया में आप पार्टी के चर्चे हो रहे हैं।
व्यापमं पर भी बोले केजरीवाल:-
केजरीवाल ने व्यापामं घोटाले पर कहा कि मध्यप्रदेश का नाम सुनते ही सबसे पहले याद आता है, व्यापमं घोटाला। सरकार ने यहां के आठ करोड़ लोगों का अपमान किया है। व्यापमं घोटाले में 40 साल से अधिक बच्चों की मौत हो गई। जिनकी मौत हुई, जिनका कत्ल किया गया, उनका क्या कसूर था। मंत्री, अफसर, नेताओं ने भ्रष्टाचार किया, उन्हें कोई नहीं पकड़ रहा है, लेकिन बच्चों को कत्ल कर दिया गया। उन्होंने सभा में आए लोगों से कहा कि मध्यप्रदेश की 15 साल की सरकार और दिल्ली की ढाई साल की सरकार की तुलना कर लीजिए, किसने कितना काम किया। यहां स्टूडेंट, टीचर्स, किसान, महिलाएं, आदिवासी, व्यापारी खुश हैं क्या? मध्यप्रदेश की 15 साल की सरकार ने जनता को चूसने के अलावा कुछ नहीं किया। दिल्ली का भी यही हाल था। शीला दीक्षित की भी सरकार 15 साल रही थी। फिर दिल्ली में अन्ना आंदोलन हुआ था। सारे देश के लोग सड़क पर उतर आए। भ्रष्टाचार के खिलाफ जो आंदोलन हुआ, उससे एक पार्टी निकली, जिसका नाम आम आदमी पार्टी है। दिल्ली के लोगों ने कांग्रेस और भाजपा की जुगलबंदी को तोड़ दिया। दिल्ली वाले कांग्रेस से तंग हुए तो भाजपा और भाजपा से तंग हुए तो कांग्रेस को वोट देते थे। अब दिल्ली के लोगों ने दोनों को ही उखाड़ कर फेंक दिया। अगर दिल्ली में लोगों को साढ़े 13 हजार मजदूरी मिल सकती है तो मध्यप्रदेश में क्यों नहीं मिल सकती। शिवराज सिंह नर्मदा में अपने पार धोने गए थे, वहीं दिग्विजय सिंह भी नर्मदा में अपने पाप धोने गए हुए हैं। इस देश में जिस की कोई आवाज नहीं सुनना चाहता, उसके साथ खड़ी होने वाली है आप। जनसभा को दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय, आम आदमी पार्टी के मध्यप्रदेश प्रभारी आलोक अग्रवाल ने भी संबोधित किया। आप नेताओं ने कांग्रेस को भी घेरा। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया, यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम पद का उम्मीदवार बनाते हो, तो बताओ जब केद्र सरकार में वह ऊर्जा मंत्री थे, तो टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला क्यों हुआ।
सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी की मध्यप्रदेश में इस दस्तक से माना जा रहा है कि वह प्रदेश की 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना पर काम कर रही है। इसी सिलसिले में अरविंद केजरीवाल भोपाल आए थे। मध्यप्रदेश में इस वक्त 2,66,072 संविदा कर्मचारी हैं, जिन्हें कम वेतन दिया जा रहा है। इसी प्रकार 24 हजार दैनिक वेतनभोगी और एक लाख 80 हजार शिक्षाकर्मियों को भी कम वेतन दिया जा रहा है। अतिथि शिक्षकों को मजदूरों से भी कम वेतन दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने 36 हजार 535 संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। जानकारों का मानना है कि आम आदमी पार्टी को इसका फायदा मिल सकता है।

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