व्यापम मामले पर व्हिसल ब्लोअर ने की नारको टेस्ट की पेशकश,सीबीआई की भूमिका पर उठाये सवाल

भोपाल,व्यापम घोटाले पर सीबीआई की जांच को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। व्हिसिल ब्लोअर ने सीबीआई की भूमिका पर सवालिया निशान लगाते हुए नारको टेस्ट के लिए पेशकस करके सबको चौंका दिया है। व्हिसिलब्लोअर आनंद राय ने सीबीआई की भूमिका पर सवाल उठाते हुए भ्रष्ट लोगों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
आनंद राय ने लैब की रिपोर्ट पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए सीबीआई की तथ्यों को चुनौती दी है । राय ने ट्वीट करके कहा कि हम नारको टेस्ट के लिए तैयार हैं। सीबीआई के अधिकारियों की भी नारको पॉलीग्राफी टेस्ट कराए जाएं। उन्होंने ट्वीट में कहा कि सीबीआई ने अपनी साख को पूरी तरह गिरवी रख दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई की जांच प्रभावशाली लोगों पर कार्यवाही के लिए दी थी ना कि क्लीन चिट देने के लिए।
आनंद राय ने कहा कि व्यापम घोटाला उजागर करना देशद्रोह है, तो हमें इंतजार है कि हम पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो। हार्डडिस्क को खोलने वाले आईटी एक्सपर्ट प्रशांत पांडे ने भी सीबीआई की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा है कि भ्रष्ट अधिकारियों और राजनेताओं को बचाने का प्रयास सीबीआई ने किया है। इसी मामले में आशीष चतुर्वेदी ने भी क्लीन चिट व्यापम मामले में नहीं केवल एसटीएफ जांच के दौरान हार्ड डिस्क छेड़छाड़ में दी गई है। अभी सीबीआई की जांच चल रही है। उन्होंने भी कहा कि सीबीआई अपनी भूमिका ठीक तरीके से निर्बाह नहीं कर पा रही हैं।
व्हिसिलब्लोअर और आईटी एक्सपर्ट के नारको टेस्ट के लिए तैयार होने की पेशकश के बाद सीबीआई जांच पर सवालिया निशान लग गए हैं। वही क्लीन चिट को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता जो दावे कर रहे थे, उन पर भी विराम लगता हुआ दिख रहा है। मध्य प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस को भी जैसे इस मामले में ऑक्सीजन मिल गई है।

 

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