एटीएम से ठगी करने वाला अंतर्राज्जीय गिरोह गिरफ्तार,दो नाबालिग भी शामिल

बिलासपुर,छत्तीसगढ़ समेत रांची बिहार और राजस्थान में एटीएम कार्ड बदलकर लाखों रूपए की ठगी करने वाले अन्तर्राज्जीय गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में दो नाबालिग लडक़े भी शामिल है। आरोपियों के पास से ठगी के पैसे से खरीदी गई १० लाख की डस्टर कार, नकदी १५ हजार, सोने की अंगूठी और एटीएम कार्ड जब्त किया गया है। वहीं गिरोह के दो मुख्य सरगना पुलिस की पकड़ से बाहर है। जिनकी तलाश की जा रही है। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मुख्य आरोपियों के निर्देश के अनुसार वे लोग एटीएम बदलकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस पूछताछ करने में हुटी हुई है।
बिलासा गुड़ी में मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर श्रीमती अर्चना झा, आईपीएस शलभ सिन्हा ने संयुक्त रूप से बताया कि विगत कई माह से जिले एवं आसपास के क्षेत्रों में एटीएम बूथों में अज्ञात आरोपियों द्वारा एटीएम बदलकर एवं कोर्ड देखकर धोखाधड़ी करते हुए ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। आरोपियों को पकड?े के लिए पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव ने थानेदारों एवं अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया था। एसपी के निर्देश का पालन करते हुए अधिकारियों ने विशेष टीम को ठग गिरोह को पकड?े के लिए लगाया था। तीनों अधिकारियों ने बताया कि ऐसे गिरोह की पतासाजी के लिए संवेदनशील बैंक एटीएम पर लगातार नजर रखे जाने लगे तथा आरोपियों के दीगर प्रांत के होने की संभावना पर बाहर राजय विशेष कर बिहार एवं उत्तरप्रदेश के संदिग्ध व्यक्तियों के एटीएम बूथ में आवागमन पर विशेष ध्यान रखा जाने लगा तथा बैंक मैनेजर एवं कर्मचारियों को भी इस संबंध में समझाईश देकर जागरूक किया गया।
जांच के दौरान विशेष टीम के सदस्यों को जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि बिल्हा क्षेत्र में काले रंग की डस्टर क्रमांक १० एन ६८३७ में कुछ संदिग्ध युवक एटीएम बूथ के पास घूम रहे हैं, जिस पर विशेष टीम के सदस्यों के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर बिल्हा थाना प्रभारी एस एन शुक्ला, प्र.आर.ओमप्रकाश परिहा, आर आनंद मरकाम तथा विशेष्ज्ञ टीम के सउनि हेमंत आदित्य, आर राकेश तिवारी, आशीष राठौर, दीपक यादव के द्वारा उक्त वाहन को घेराबंदी किया गया जो वाहन को लेकर फरार होने लगे जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया जिसमें लव कुमार, राकेश कुमार तथा २ अन्य बालक मिले तथा अजीत कुशवाहा अंकुर सिंह फरार हो गये, जिनसे पूछताछ करने पर गुमराह करते रहे कड़ाई से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपने अन्य फरार साथियों अजीत कुशवाहा, अंकुर सिंह के साथ बिलासपुर, बिल्हा, मस्तूरी, तखतपुर, दुर्ग, भिलाई, जांजगीर-चांपा, मुंगेली, पल्लारी, भाटापारा, तिल्दा, राजनांदगांव, कवर्धा तथा अन्य स्थानों पर एटीएम कार्ड बदलकर पैसे निकालकर ठगी करना स्वीकार किया गया तथा उक्त ठगी किये गये रकम से डस्टरकार क्रमांक सीजी१० एन ६८३७ को ०६ लाख रूपये में तथा बालौद से उसी पैसे से २ नग सोने का अंगूठी को खरीदना स्वीकार किये तथा और पैसे को खर्च होना बताये हैं, फरार आरोपियों अजीत कुशवाहा अंकुर सिंह की पता तलाश जारी है।
मास्टर माइंड ने जेल में सीखा था ठगी का तरीका
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज चंद्राकर, श्रीमती अर्चना झा आईपीएस शलभ सिन्हा ने बताया कि ठग गिरोह का मुख्य सरगना अंकुर सिंह जो उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ का रहने वाला है जो भिलाई में एक शराब ठेकेदार के यहां वाहन चालक था चोरी के मामले में वह जेल भी जा चुका है। जेल के अंदर ही उसने अन्य कैदियों से एटीएम से ठगी करने के गुर सीखा था उसके बाद अजीत सिंह कुशवाहा के साथ मिलकर गिरोह बनाया और ठगी की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया। दोनों फरार आरोपियों ने ठगी के पैसे से जमीन मकान भी खरीदे हैं। उनके पकड़े जाने के बाद पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा।
दोनों नाबालिग भी बिहार के
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी लव कुमार उर्पâ बृजेश यादव पिता कृष्ण कुमार, राकेश यादव पिता शिव प्रसाद और दोनों नाबालिग लडक़े बिहार के भगवानपुर के रहने वाले हैं जो वर्तमान में दुर्ग में रहते थे।

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