भोपाल,प्रदेश में भोज मुक्त विवि ने पहली बार नकलचियों के खिलाफ कदम उठाते हुए एक साथ 6 हजार नकलची विद्यार्थियों की परीक्षाएं निरस्त कर दी है। इन समस्त नकलची छात्रों को अब अगले सत्र की परीक्षा में बैठना होगा तभी वे अपनी डिग्री पूरी कर पाएंगे। मालूम हो कि गत दिनों भोज मुक्त विवि द्वारा आयोजित परीक्षा में कई केंद्रों पर सामूहिक नकल चल रही थी। विवि द्वारा सख्त कदम उठाते हुए ऐसे परीक्षा केंद्रों की पूरी परीक्षा निरस्त कर दी है। कुलपति रविंद्र आर कान्हेरे ने परीक्षाओं में नकल करने वाले विद्यार्थियों पर कार्रवाई करने में कोई कोताही नहीं बरती है। विवि द्वारा कडा रुख अपनाते हुए परीक्षाओं में नकल करने वाले सभी विद्यार्थियों के पेपर निरस्त कर दिए है। प्रदेश भर में चली परीक्षा में करीब 162 ऐसे परीक्षा केंद्र थे, जहां पर विद्यार्थियों को सामूहिक नकल कराई जा रही थी।
उक्त परीक्षा केंद्रों पर उड़नदस्तों ने छापामार की कार्रवाई की थी। उड़नदस्तों ने सामूहिक नकल का प्रकरण दर्ज कराते हुए विवि को सूचना भेज दी थी। राजगढ़ के बौड़ा परीक्षा केंद्र पर एक फर्जी विद्यार्थी दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। उड़नदस्ते ने एफआईआर दर्ज की। प्राचार्य भी फर्जी विद्यार्थी की मदद कर रहा था। विवि से मिले आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा नकल प्रकरण बीएससी में 3437 में दर्ज हुए हैं। जबकि सबसे कम बीकाम में 32 और बीए में 2537 दर्ज हुए हैं। बीएससी प्रथम वर्ष 1531, द्वितीय वर्ष 1202, तृतीय वर्ष 704 तथा बीए प्रथम वर्ष 958, द्वितीय वर्ष 981, तृतीय वर्ष 598 और बीकाम प्रथम वर्ष में 15, द्वितीय वर्ष में 13 और तृतीय वर्ष में 4 नकलची पकड़े गए थे।