वडनगर,प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार अपने गृहनगर वडनगर पहुंचे। वह अपने स्कूल बीएन हाईस्कूल भी पहुंचे। उन्होंने गाड़ी से उतरकर सबसे पहले अपने स्कूल की माटी को छूकर नमन किया। उन्होंने स्कूल की मिट्टी से अपने माथे पर तिलक भी लगाया। स्कूल के सामने भारी भीड़ जुटी हुई थी। बता दें कि वडनगर स्थित बीएन हाईस्कूल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष-1963 से 1967 तक पढ़ाई की। इस स्कूल के प्रिसिंपल ने रोज की तरह बच्चों की लाइनें लगवाईं और उन्हें एक मंत्र दिया-अभ्यास-ए-मुख्य कार्यक्रम छे (आज का मुख्य कार्यक्रम पढ़ाई ही है)। मोदी के दौरे के मद्देनजर स्कूल के बाहर मीडिया और लोगों का जमावड़ा लाजिमी था, लेकिन स्कूल ने एक एडवाइसरी जारी की। इसमें स्कूल के अध्यापकों, बच्चों और मीडिया से अपील की गई कि वे स्कूल की नियमित पढ़ाई में बाधा न डालें। स्कूल में 18 सितंबर से परीक्षा भी होने वाली है। गुरुवार को एक डिश एंटीना लगाया गया था, लेकिन बारिश की वजह से कैमरे और एंटीना खराब हो गए। शुक्रवार को परिसर में एक एलसीडी टीवी लगाई गई। मोदी को पढ़ाने वाले टीचर प्रहलाद पटेल अब रिटायर हो चुके हैं। उन्होंने मोदी को हिंदी और संस्कृत पढ़ाई थी। रविवार सुबह स्कूल में उन्हें बच्चों को संबोधित करने के लिए बुलाया गया था। उन्होंने बताया, नरेंद्र भाई प्रतिभाशाली छात्र थे, वह एक बहुत अच्छे वक्ता थे। पटेल ने कहा, “मैं उनसे कहा करता था कि संस्कृत सीखना बहुत फायदेमंद होगा। बाद में वह संस्कृत के लिए ज्यादा समय न दे पाने पर अफसोस करता था।
स्कूल में 11वीं में पढ़ रहे एक छात्र साहिल खान पठान ने कहा, हमें मोदी जी पर गर्व है। वह मेरे घर के बगल में ही रहा करते थे। आज वह देश के प्रधानमंत्री हैं। मोदी के संबोधन से पहले कुछ छात्र और स्कूल स्टाफ टीवी के पास जमा हो गए। स्कूल के अध्यापक एनआर उपाध्याय ने कहा, पं. नेहरू के बाद वह पहले पीएम हैं, जो अध्यापकों का सम्मान करते हैं।