हनीप्रीत गिरफ्तार,महीने भर से ढूंढ रही थी पुलिस

चंडीगढ़, अधिक समय तक पुलिस को चकमा देती रही राम रहीम की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत को मंगलवार को हरयाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.गिरफ्तारी से पहले उसने बहुत सारे मीडिया चेंनल से चर्चा भी की. मीडिया से चर्चा के बाद जब वह अपनी सहेली के संग इनोवा गाड़ी से महीने भर से जेल में बंद सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गोद ली बेटी हनीप्रीत इंसां ने कहा कि पंचकूला में हिंसा भड़काने के आरोपों को लेकर वह ‘आहत’ हैं। हनीप्रीत १ महीने से अधिक समय से फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। हनीप्रीत जा रही थी तभी पुलिस ने उसे पकड़ा.इसके पहले उसके नेपाल में छुपे होने के कयास लगाए जा रहे थे,जो सभी झूठे साबित हुए.अब उसे बुधवार को पुलिस अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी.
उसने एक टीवी चैनल से कहा कि उनके ‘पापा’ निर्दोष हैं और 25 अगस्त को बलात्कार के दो मामलों में उन्हें दोषी ठहराये जाने के कारण वह ‘अवसाद’ में चली गई। प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत ने कहा कि वह अपने अगले कदम के बारे में कानूनी सलाह ले रही हैं और यहां पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के समक्ष पेश हो सकती हैं। राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद हुयी हिंसा की घटनाओं में कम से कम 41 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। हिंसा की इन घटनाओं के सिलसिले में ‘वांछित’ 43 लोगों की, हरियाणा पुलिस की सूची में हनीप्रीत का नाम सबसे ऊपर है।
हरियाणा पुलिस ने पहले हनीप्रीत (36) के खिलाफ लुकआउट नोटिस और बाद में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। हनीप्रीत ने कहा कि उनके खिलाफ लगाये आरोप सही नहीं है। एक अज्ञात स्थान पर एक कार में बैठी हनीप्रीत ने कहा, ‘‘(पंचकूला में 25 अगस्त को हुई हिंसा के दौरान) क्या मैं आगजनी करने वालों के साथ मौजूद थी। वे इस तरह के आरोप कैसे लगा सकते हैं।
हनीप्रीत की छवि एक ‘खलनायिका’, एक ‘षडयंत्रकारी’ के रूप में पेश किये जाने के बारे में उन्होंने कहा कि ‘‘वे कैसे मुझे आरोपी बना सकते हैं। मैं अपने पापा (राम रहीम) के साथ थी और एक बेटी के रूप में (25 अगस्त को) अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रही थी। उन्होंने कहा कि ‘हर बेटी अपने पिता के साथ रहती है, मैं उनके साथ थी। लोगों को उकसाने के लिए क्या आपने मुझे एक शब्द कहते हुये सुना। मैं इस उम्मीद में वहां (पंचकूला में सीबीआई की अदालत) गई थी कि मेरे पिता शाम को लौट जाएंगे। लेकिन जब उन्हें सजा सुनायी गयी, तो मैं अवसाद में आ गयी। मैं किसी और चीज के बारे में कैसे सोच सकती थी, मैं पूरी तरह टूट चुकी थी।’’ हनीप्रीत 25 अगस्त को राम रहीम के साथ सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय से पंचकूला स्थित सीबीआई की एक विशेष अदालत गई थीं। उस दिन डेरा प्रमुख को सजा सुनाये जाने के बाद वह उनके साथ एक हेलीकॉप्टर में सवार होकर रोहतक स्थित जेल जाने के लिए रवाना हुयी थीं।

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