इंदौर, अब देहात के दो बड़े गुंडों के दुकान-मकान मिटाने की तैयारी पुलिस ने की है। साथ ही अवैध कमाई से करोड़ों रूपए की संपत्ति इकट्ठा करने की जानकारी भी मिली है। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्रा ने ग्रामीण क्षेत्र में कार्यवाही करने का खाका तैयार किया है। निशाने पर महू के मांगीलाल दरबार और राकेश डॉन हैं। दरबार पर छह हत्याओं के मामले चल रहे हैं जिसमें वकील की हत्या भी शामिल है। उसके पास कई बीघा जमीन है। महू तहसील में उसकी तूती बोलती है। डीआईजी के पास जानकारी पहुंची है कि दरबार के पास महू, बड़गोंदा, भगौरा, पातालपानी, मशाल होटल के पास व धार में सैकड़ों बीघा जमीन है। दरबार के खिलाफ एसटीएफ ने भी मामला दर्ज कर रखा है। दूसरा बड़ा नाम शराब तस्कर राकेश डॉन का है। उसके बारे में भी पता चला है कि महू में करोड़ों रूपए का गार्डन है। पांच-छह दुकानें भी है जिनकी कीमत लाखों रूपए है। सिमरोल में दो बीघा जमीन भी खरीदी है। महू कब्रस्तान में बंगला बना रखा है। ज्यादातर जमीन महू कैंटोनमेंट बोर्ड की है। अफसरों से बात कर कार्यवाही करेगी। डॉन के बारे में पता चला है कि वो एक-दो मामलों में फरार है। राकेश उर्फ़ डॉन के रिकॉर्ड की जानकारी डीआईजी मिश्रा को मिली थी कि उन्होंने उस पर रासुका करवा दी थी। डॉन के बारे में यह भी पता चला था कि एक बार महू पुलिस ने उसकी शराब पकड़ी थी तो वो तत्कालीन टीआई को थाने में ही धक्का देकर चला गया था। इंदौर के कई बड़े गुंडों को फरारी भी कटवाता है। इसी तरह दरबार ने चर्चित दोहरा हत्याकांड किया था। विष्णु उस्ताद की हत्या में शामिल मनोज खापड़े और उसके साथी की हत्या कर लाश नदी में फ़ेंक दी थी। दोनों की ही लाशें पुलिस नहीं ढूंढ़ पाई।