अहमदाबाद, बेंगलुरू से आज तड़के अहमदाबाद पहुंचे कांग्रेस के 44 विधायकों को आणंद के निजानंद रिसोर्ट पहुंचाया गया. जहां कांग्रेस विधायकों ने अपने परिवारों के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया. 8 अगस्त को मतदान करने के बाद कांग्रेस विधायक अपने अपने घरों को जा सकेंगे. निजानंद रिसोर्ट सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं और बिना अनुमति किसी भी शख्स को प्रवेश की इजाजत नहीं है.
कर्नाटक के बेंगालुरू से कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल, सागर रायका और नरेश रावल के नेतृत्व में सभी 44 विधायक आज सुबह करीब पौने पांच बजे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे. केन्द्रीय चुनाव आयोग के आदेश के मुताबिक हवाई अड्डे पर पहले से सुरक्षा कड़े इंतजाम किए गए थे. शहर पुलिस आयुक्त एके सिंह और स्टेट आईबी के मुखिया शिवानंद झा समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अहमदाबाद हवाई अड्डे पर मौजूद थे.क्राइम ब्रांच के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के एसीबी बीसी सोलंकी की अगुवाई में कांग्रेस विधायकों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ आणंद के निजानंद रिसोर्ट पहुंचाया गया. निजानंद रिसोर्ट में दो दिन पहले ही विधायकों के लिए रूम बुक करवा दिए गए थे. निजानंद रिसोर्ट की सुरक्षा बड़ी संख्या में पुलिस काफिला उतार दिया गया है. 8 अगस्त को राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान होना है और उससे कुछ समय पहले कांग्रेस विधायकों को आणंद से गांधीनगर ले जाया जाएगा. मतदान के बाद ही कांग्रेस विधायक अपने अपने घरों को जा सकेंगे. कांग्रेस विधायकों ने निजानंद रिसोर्ट में ही अपने परिवार के साथ रक्षाबंधन का पर्व मनाया.
गुजरात विधानसभा में कांग्रेस के दंडक और अहमदाबाद की दाणीलीमडा क्षेत्र से विधायक शैलेष परमार ने बताया कि 8 राज्यसभा की तीन सीटों पर होनेवाले चुनाव के लिए पार्टी विधायकों को अहमद पटेल के पक्ष में मतदान करने का व्हीप जारी कर दिया गया है. कांग्रेस के एक लाइन में जारी व्हीप में अहमद पटेल के पक्ष में मतदान करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने बताया कि शंकरसिंह वाघेला, महेन्द्रसिंह वाघेला, सीके राउलजी, अमित चौधरी, राघवजी पटेल, धर्मेन्द्रसिंह जाडेजा और भोलाभाई गोहिल समेत सात विद्राही विधायकों को भी अहमद पटेल के पक्ष में मतदान करने का व्हीप दिया गया है. उन्होंने बताया कि कई विधायकों को हाथों हाथ व्हीप दिया गया है. जबकि कई विधायकों को कूरियर, स्पीड पोस्ट, रजिस्टर्ड एडी और ई मेइल के जरिए व्हीप पहुंचाया गया है. व्हीप का उल्लंघन करने वाले विधायक पार्टी से सस्पैंड होने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक सात साल तक किसी भी राजनीतिक दल से चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे.
विद्रोह समेत सभी 51 विधायकों के वोट अहमद पटेल को मिलने का विश्वास व्यक्त करते हुए शैलेष परमार ने कहा कि एनसीपी के 2 और जेडीयू के एक विधायक का रुख फिलहाल साफ नहीं है. परंतु कांग्रेस को उम्मीद है कि एनसीपी और जेडीयू के तीनों वोट अहमद पटेल को ही मिलेंगे. गौरतलब है कि कांग्रेस और भाजपा के लिए राज्यसभा की एक सीट पर चुनाव प्रतिष्ठा का जंग बन चुकी है. भाजपा उम्मीदवार अमित शाह और स्मृति ईरानी की जीत तय है. पिछले दो दशकों से भी ज्यादा लगातार राज्यसभा चुनाव जीतते आए अहमद पटेल की सीट खतरे में है. भाजपा ने उनके खिलाफ कांग्रेस छोड़कर आए बलवंतसिंह को मैदान में उतारा है. अहमद पटेल को जीत के लिए 45 वोट चाहिएं और कांग्रेस के 7 तथा एनसीपी व जेडीयू के 3 समेत 10 वोट कटते हैं तो कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.