नई दिल्ली,आतंकियों को धन उपलब्ध कराने के मामले की जांच के दायरे में कश्मीर के कुछ दूसरे अलगाववादी नेता भी आ सकते हैं। सूत्रों के अनुसार पिछले माह गिरफ्तार किए गए अलगाववादी नेता शाहिद उल इस्लाम के पास से कश्मीर के 150 आतंकियों की एक सूची मिली है। शाहिद, मीरवाइज उमर फारूक का करीबी है। एनआईए की पूछताछ में शाहिद ने बताया है कि अलगाववादी नेताओं को पाकिस्तान से ही धन की आपूर्ति नहीं की जाती। उन्हें दुबई और लंदन से भी धन मिलता है।
एनआईए अधिकारी के अनुसार अलगाववादी और आतंकियों में इतनी दूरी नहीं है, जितनी कि मानी जाती है। शाहिद ने 1990 में पाक अधिकृत कश्मीर स्थित आतंकी शिविरों में प्रशिक्षण भी ले चुका है। आतंकी प्रशिक्षण लेने के बाद उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। जेल से छूटने के बाद वह हुर्रियत से जुड़ गया। सूत्रों के अनुसार शाहिद के अब भी आतंकियों से सीधे संबंध हैं। उसके पास से दो तस्वीरें भी मिली हैं। एक में वह हिजबुल मुजाहिदीन चीफ सलाउद्दीन के साथ और दूसरे में एक-47 लिए कुछ लोगों के साथ दिख रहा है। पुलिस सूत्रों का मानना है कि दूसरी तस्वीर के लोग आतंकी हो सकते हैं। दूसरी ओर, दिल्ली की आतंकियों को धन उपलब्ध कराने के मामले में दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के दामाद सहित चार अन्य लोगों की एनआईए हिरासत की अवधि दस दिन के लिए बढ़ा दी है। इन्हें 24 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।
आतंकियों के लिए पाक ही नहीं, लंदन-दुबई से भी आता है पैसा
