भोपाल,आयकर विभाग ने शुक्रवार को भोपाल में शिंदे बिल्डर समेत दो बिल्डरों पर छापा मारा। आयकर अफसरों ने संस्थानों से बिल्डर, शिक्षा से जुड़े कारोबार के दस्तावेज जब्त किए और किसी को भी बाहर आने जाने से रोका गया है। सूत्रों के अनुसार जांच टीम को व्यापक रिकार्ड मिले हैं। सूत्रों के मुताबिक छापे की यह कार्रवाई 17 अलग-अलग ठिकानों पर चल रही है जिसमें लेन-देन और अन्य तरीके से की गई गड़बड़ी सामने आने की आशंका जताई जा रही है। छापे की कार्रवाई इंदौर में भी किए जाने की खबर है। भोपाल में जहां छापा डाला गया है, उनमें शिंदे ग्रुप के विकास शिंदे व शिंदे कार संचालक के एमपीनगर, अवधपुरी, शाहपुरा, चूनाभट्टी, रातीबड़ इलाके के दफ्तर और आवास शामिल हैं।
इसके अलावा एक अन्य बिल्डर पर भी कार्रवाई हुई है। इसके साथ ही पीएचई के रिटायर्ड इंजीनियर प्रदीप सरैया के यहां भी छापा डाला गया है। इनके यहां बेनामी संपत्ति से जुड़े रिकार्ड और आयकर चोरी के रिकार्ड बरामद किए गए हैं। सुबह-सुबह शुरू हुई कार्रवाई में पुलिस बल की मौजूदगी में एक बिल्डर के घर की भी जांच की गई। इस बिल्डर पर आरोप है कि इसके द्वारा एक हाउसिंग सोसायटी की जमीन भी कम कीमत पर ली गई थी। इस पर सहकारिता विभाग ने आपत्ति जताई थी और करोड़ों की गड़बड़ी पर राशि जमा करने के लिए कहा था। संचालक द्वारा इस राशि के भुगतान में भी आनाकानी करने की बात सामने आई थी। आयकर विभाग के अफसरों की टीम ने आज एमपी नगर जोन-2 भोपाल तथा एजुकेशन सोसायटी के कार्यालय के साथ अवधपुरी और अन्य ठिकानों पर छापे मारे। इन अधिकारियों की टीम ने बिल्डर व डेवलपर्स से जुड़े कारोबार से संबंधित रिकार्ड जब्त किए हैं। इस मामले में समाचार लिखे जाने तक आयकर विभाग की कार्रवाई जारी थी। विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि छापे से संबंधित तथ्य शीघ्र ही जारी किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक छापे के दौरान बरामद दस्तावेजों में करोड़ों रुपये की गड़बड़ी उजागर हुई है। वहीं जब्त किये गये कागजातों की छानबीन के बाद यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।