बारिश का पानी भरने से सरकारी वेयर हाउस में रखा गेहूं हुआ खराब

अशोकनगर, जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण ओव्हर ब्रिज के पास स्थित सरकारी वेयर हाउस में बारिश का पानी भरने से लगभग 25 क्विंटल गेहूं बर्बाद हो गया है। गोदाम के टीनशेड से पानी बोरियों पर टपक रहा है। वहीं विभाग के लोग एक दूसरे के सिर जिम्मेदारी डालकर खुद बचते हुए नजर आ रहे हैं। जाहिर है कि जब जरा सी बारिश में जब गोदाम के यह हाल हैं तो तेज बारिश होने पर गोदाम में रखे गेहूं का क्या हाल होगा इसका अंदाजा वर्तमान स्थिति को देखकर लागाया जा सकता है। सरकार द्वारा वेयर हाउसों के प्रबंधन के लिए लाखों रुपये खर्च किये जाते हैं लेकिन प्रभारी की लापरवाही एवं अनियमितताओं के चलते वेयर हाउस के हाल बेहाल हैं। वेयर हाउस की छत जगह-जगह से उखड़ी पड़ी है, दीवालों में सीलन बैठ रही है। जिसकी वजह से गोदाम में रखा खाद्यान्न खराब हो रहा है। लेकिन प्रभारी की लापरवाही के कारण न तो इस ओर ध्यान दिया जाता है और न ही कभी वेयर हाउस की जांच की जाती है।
ओव्हर ब्रिज के पास स्थित गोदाम में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदे गए 4 लाख 48 हजार बोरा से अधिक गेंहू का भण्डारण किया गया था। लेकिन वेयर हाउस प्रभारी द्वारा गोदाम के मेनेजमेंट पर ध्यान नहीं दिया गया। जिससे सावन माह में हुई जरा सी बारिश का पानी फूटी टीनशेड़ से गोदाम के अन्दर भर गया। बारिश का पानी बोरियों पर टपकने के कारण गोदाम में रखा 25 क्विंटल गेहूं बर्बाद हो गया है और सड़ाध मारने लगा। शुक्रवार को जब वेयर हाउस प्रभारी राजीव श्रीवास्तव इसकी जानकारी लगी तो प्रभारी द्वारा इन बोरों को गोदाम से बाहर निकलवाकर बोरों से गेहूं खाली कराकर एवं सुखाने के बाद फिर से उसी गेहूं को बोरों में भरने की तैयारी की जा रही थी। वेयर हाउस के कर्मचारी धाकड़ ने बताया कि दो दिन पहले गेहूंओं का उठाव शुरु हुआ है। जैसे ही गोदाम को खोला और गेहूं का उठाव शुरु किया तो वेयर हाउस की 7 नम्बर गोदाम में से सढ़ांध आने लगी। अन्दर जाकर देखा गोदाम में रखे गेहूं के बोरो में पानी भरने से खराब हो चुका था। उनमें से सढ़ाध दौड़ रही थी।
बारिश से पहले सुरक्षा पर नहीं दिया ध्यान:
वेयर हाउस प्रभारी द्वारा बारिश से पहले वेयर हाउस की गोदामों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जिसके कारण सावन के माह में हुई जरा सी बारिश में ही गोदाम के ऊपर चढ़े टीन शेड की चद्दर टूटी होने के कारण बारिश का पानी वेयर हाउस की गोदाम नम्बर 7 में भर गया। जिससे करीबन 20-25 बोरा गेहूंओं के खराब हो चुके हैं। जिनमें से सढ़ांध दौड़ रही है।
सड़ रहा गरीब का अनाज:
शासन के निर्देशों के बावजूद भी जिले के गोदामों में खाद्यान्न के रखरखाव की उचित व्यवस्था नहीं की जा सकी। जाहिर है कि यही गेहूं गरीबों को सस्ता अनाज मुहैया कराने की सरकारी योजना के तहत बीपीएल-एपीएल परिवारों को बांटा जाएगा। गरीबों का गेहूं सरकारी गोदामों में सड़ रहा है। अब यही सड़े गेहूंओ के बोरों को सरकारी केन्द्राsं पर भेजा जाएगा। जो गरीबों के पेट का निवाला बनेगा।
अधिकारी नहीं करते निरीक्षण:
गोदामों में धान, गेहूं के रख रखाव की स्थिति कैसी है। इसे देखने के लिए अधिकारियों के पास फुर्सत नहीं है, जबकि शासनादेश के अनुसार समय-समय पर गोदामों का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति की रिपोर्ट शासन को भेजी जानी चाहिए।
इनका कहना:
मैं अभी जॉइन हुआ हुआ हूं। गोदाम में पानी भरने से कुछ गेहूं के बोरे खराब हो गए हैं गेहूं को दूसरे बोरों में भरवाया जा रहा है। यह प्राकृतिक काम है यह होते रहते हैं। यह मेरी खुदकी जबावदारी है और मैं इस व्यवस्थाएं को सही कराने का पूरा प्रयास करूंगा।
राजीव श्रीवास्तव, वेयर हाउस प्रभारी

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