पाल,राज्य विधानसभा में आज विपक्षी सदस्यें के हंगामे के चलते प्रश्नोत्तरकाल कार्यवाही नहीं हो सकी। विपक्षी सदस्य सरदार सरेवर बांध के डूब प्रभावितों की समस्या को लेकर दिए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग कर रहे थे, जिसे अध्यक्ष ड़ा सीतासरन शर्मा ने नहीं माना। इसके बाद विपक्षी सदस्य अध्यक्ष से मामले में दिए गए स्थगन पर चर्चा करवाने का आश्वासन मांगते रहे लेकिन आसंदी से उन्हें यह आश्वासन नहीं मिला। सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के हंगामे तथा शोरशराबे के बीच विधानसभा अध्यक्ष को दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित करना पड़ी। आज सुबह ग्यारह बजे से जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई कांग्रेस विधायक सचिन यादव द्वारा डूब प्रभावितों का मामला उठाते हुए अध्यक्ष से आग्रह किया कि उन्होंने गत 18 तारीख को स्थगन प्रस्ताव दिया है, जिसे स्वीकार उस पर चर्चा कराई जाए। डूब प्रभावितों की समस्या उठाते हुए उन्होंने कहा कि वहां पर 200 गांवों के करीब हजारों परिवार के समक्ष संकट खड़ा हो गया है। इतने गांव तबाह हो गए है और प्रभावितों की बात नहीं सुनी जा रही है। उन्होंने कहा कि मैंने नियम 149 के तहत चर्चा के लिए स्थगन दिया है, उस पर आखिर चर्चा क्यों नहीं करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रभावित गांवों में फोर्स लगाकर लोगों को चमकाया जा रहा है। जवाब में आसंदी से सदस्य को भरोसा दिलाया गया कि प्रश्नोत्तरकाल चलने दिया जाए, शून्य काल के दौरान आपकी बात सुनी जाएगी, लेकिन विपक्षी सदस्य अध्यक्ष की बात से सहमत नहीं होते हुए आसंदी के समक्ष पहुंच गए और शोरशराबा करने लगे।शोरशराबे के बीच लाल सिंह आर्य ने कहा कि प्रभावित लोग हमारे परिवार के लोग है, उनकी हम भी चिंता कर रहे हैं। सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन कर रही है। दोनों ही ओर से हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने सदन से बाहर आकर भी जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की।दस मिनट बाद जब विधानसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो विपक्षी सदस्यों ने पुनŠ आसंदी की समक्ष जाकर शोरशराबा शुरू कर दिया और स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग करने लगे। नेताप्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि अध्यक्ष जी एक बार कह दे कि शून्य काल में चर्चा कराएंगे। इसी बीच मंत्री गौरीशैजवार ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष अध्यक्ष पर चर्चा कराने के लिए दबाव डाल रहे है यह सही नहीं है। जवाब में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दबाव नहीं डाल रहा हूं गुजारिश कर रहा हूं। सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस विकास विरोधी पार्टी है। सरकार विकास कराना चाहती है लेकिन कांग्रेस में उसमें अडंगे डाल रही है। इसी बीच अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि सभी सदस्यों से विनम्र अपील है कि वे कृपया करके अपनी सीटों पर बैठ जाएं। विपक्षी सदस्यों पर अध्यक्ष की अपील का कोई असर नहीं हुआ तो उन्होंने सदन की कार्यवाही पुनŠ बीस मिनट के लिए स्थगित कर दी।