जैसलमेर, जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर स्थित डाबला गांव में मंगलवार को तेज बारिश के कारण बाढ़ के हालात बन गए, जिससे पूरा गांव जलमग्न हो गया। ग्रामीणों ने घरों की छतों व ऊपरी इलाकों में शरण लेकर अपनी जान बचाई। बरसात के बाद हालात इतने खराब हो गए थे कि गांव में 7 से 8 फीट पानी चढ़ गया, जिससे गांव की गलियों सहित मकानों में भी पानी भर गया। हालांकि दिन का समय होने के कारण कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई। एकाएक बढ़े पानी की निकासी के लिए नेशनल हाईवे संख्या 15 को दो जगह से तोड़कर पानी निकाला गया तब जाकर हालात काबू हुए।
गौरतलब है कि डाबला गांव निचले इलाके में बसा हुआ है और इस गांव में पूर्व में भी कई बार मामूली बरसात में भी बाढ़ के हालात बन चुके हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा इस ओर गंभीरता नहीं बरतने से हर बरसात में बाढ़ के हालात बन जाते हैं। इन दिनों जैसलमेर से बाड़मेर की ओर जाने वाले इस हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसमें डाबला गांव के पास पानी की निकासी के लिए पुलिया भी बनाए गए हैं। हालांकि इस सड़क पर पुलिया का काम निर्माणाधीन होने के कारण पुलिया को बंद किया हुआ है, जिससे गांव में बरसात का पानी एकाएक भर गया। ग्रामीणों का कहना है कि इस संबध में पूर्व में भी कई बार जिला प्रशासन को सूचित किया गया है, लेकिन उसके द्वारा हर बार लापरवाही बरतने के चलते गांव में बाढ़ के हालात बन जाते हैं। बाढ़ के हालातों की सूचना के बाद जिला प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची, जिसमें उपखण्ड अधिकारी सहित सीओ नरेन्द्र दवे मय जाब्ते के डाबला गांव पहुंचे, जहां पर ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के साथ इस नेशनल हाईवे को बंद कर दिया गया है।