पटना,बिहार महागठबंधन में तकरार बढ़ती जा रही है। इसकी बानगी उस वक्त देखने को मिली जब नीतीश कुमार के कार्यक्रम में शामिल होने तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे। कौशल विकास मिशन के कार्यक्रम में नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी को भी शामिल होना था। इस मंच पर तेजस्वी का नेम प्लेट भी लगाया गया था लेकिन आखिरी समय में उनका आना कैंसिल हो गया। तेजस्वी के इस कदम से ये तो साफ हो गया है कि वो अपने इस्तीफा ना देने की बात पर अडे हुए हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि आखिरी वक्त पर नहीं आना एक तरह से बायकॉट जैसा है। अब देखना ये है कि वो तेजस्वी के इस कदम पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।
तेजस्वी ने तो इस कार्यक्रम में ना आकर अपनी मंशा जता ही दी है लेकिन साथ ही नीतीश कुमार ने भी इस मंच पर आरजेडी के मंत्री विजय प्रकाश से दूरी बनाकर इशारों-इशारों में जवाब भी दे दिया है। मंच पर नीतीश कुमार के ठीक बगल में विजय प्रकाश की कुर्सी थी लेकिन यहां पर नीतीश ने अपनी दाईं तरफ बैठे रंजन सिंह ने कुर्सी बदल ली। नीतीश इस दौरान विजय प्रकाश से बातचीत करते भी नहीं दिखे।
इसी बीच लालू यादव ने साफ कर दिया है कि उनके बेटे तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे। लालू ने जेडीयू से साफ कह दिया है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपने पद से कतई इस्तीफा नहीं देंगे। साथ ही लालू ने जेडीयू की तरफ से अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने की मांग भी खारिज कर दी है। लालू के इस बयान के बाद आरजेडी-जेडीयू के बीच दरार और बढ़नी तय है। लालू ने कहा है कि जो भी हम पर या बच्चों पर आरोप लगे हैं। इसकी सफाई हम लोग बहुत पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दे चुके हैं। हर एक चीज की सफाई दी है। ईडी या इनकम टैक्स हमें बुलाएगा तो जवाब हम वहां देंगे। उन्होंने कहा केवल प्राथमिकी दर्ज हो जाने से कोई इस्तीफा नहीं देता। आरजेडी विधानमंडल दल ने फैसला कर लिया है कि तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है।
लालू यादव के इस बयान से साफ है कि वो जेडीयू की मांग को अब और ज्यादा नहीं सुनने वाली। जेडीयू बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे आरोपों पर जनता के सामने सफाई की मांग कर ही रही थी कि कल जेडीयू नेताओं ने लालू यादव से संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करने की मांग रख दी। इससे बौखलाए लालू ने जेडीयू नेताओं को जवाब देते हुए कहा कि लालू यादव का चल अचल संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक है सब सार्वजनिक है। कोई भी ऑनलाइन निकालकर देख सकता है नीतीश जी के यहां भी है। लालू ने कहा आरजेडी की ओर से महागठबंधन पर कोई आंच नहीं आने दिया जाएगी और जिसको जो करना है करे।
कहा जा रहा था कि सोनिया गांधी ने महागठबंधन को बचाने के लिए लालू और नीतीश से फोन पर बातचीत की लेकिन लालू यादव ने सोनिया से बातचीत के दावे को खारिज कर दिया। लालू ने कहा कि हमसे माननीय सोनिया गांधी जी की इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है। इसका मैं पूरी तरह से पुरजोर खंडन करता हूं।
कांग्रेस नेता और बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी लालू से मिले। हालांकि उन्होंने मुलाकात की वजह राष्ट्रपति चुनाव बताया लेकिन आरजेडी-जेडीयू की कलह में कांग्रेस थर्ड अंपायर की भूमिका में दिखने की कोशिश कर रही है। अशोक चौधरी का कहना है महागठबंधन अटूट है। महागठबंधन में कोई दरार नहीं है। जो बीजेपी के लोग प्रफुल्लित हो रहे हैं उनको प्रपुल्लित होने की कोई आवश्यकता नहीं है।
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी बिहार के डिप्टी सीएम हैं और सीबीआई ने लालू के साथ-साथ तेजस्वी और परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार का वर्षो पुराना मामला अब दर्ज किया है। सीबीआई ने सात जुलाई को पटना सहित देशभर के १२ स्थानों पर छापेमारी की थी। लालू यादव ने संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक नहीं करने और आरोपों पर सार्वजनिक सफाई देने से इंकार कर जेडीयू को संकेत दे दिया है कि वो अब बहुत ज्यादा झुकने के मूड में नहीं है। ऐसे में अब महागठबंधन का भविष्य नीतीश के आखिरी फैसले पर निर्भर है।
बिहार आरजेडी-जेडीयू का झगड़ा और बढ़ा नीतीश के प्रोग्राम में नहीं पहुंचे तेजस्वी
