नई दिल्ली, कांग्रेस में राहुल गांधी अपने हिसाब से धीरे-धीरे बदलाव करते जा रहे हैं। राहुल ने एक दिन में तीन फैसले किए। राहुल ने कांग्रेस महासचिव बी.के.हरिप्रसाद को छत्तीसगढ़ और झारखंड की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया और अपने करीबी पूर्व गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह को झारखंड का प्रभारी नियुक्त कर दिया। आरपीएन सिंह के नीचे दो सचिव उमंग सिंगार और मोइनुल हक काम करेंगे। साथ ही छत्तीसगढ़ में राहुल के एक और करीबी दलित नेता पीएल पुनिया को प्रभारी बना दिया है। उनके साथ भी दो सचिव सहयोग के लिए होंगे। जिनमें एक मध्यप्रदेश के ही विधायक कमलेश्वर पटेल प्रमुख हैं। इसके अलावा तीसरी घोषणा कांग्रेस में मीडिया स्ट्रेटजी कमेटी को लेकर हुई, इसमें गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खरगे, आनंद शर्मा से लेकर कई नेता मौजूद थे। नौजवानों में असम से सांसद सुष्मिता सेन को इस में जगह दी गई। लेकिन इस कमेटी में मध्यप्रदेश के सांसद और लोकसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप ज्योतिरादित्य सिंधिया भी होंगे। साफ-साफ कहा गया है कि, कोशिश करके यह कमेटी रोज मिला करेगी। इधर,मध्यप्रदेश के मामले पर अब सबकि निगाहें टिक गई हैं। राहुल गांधी को मिली रिपोर्ट के मुताबिक, जनता के बीच सिंधिया बेहतर सीएम चेहरा हैं, लेकिन सबको साथ लेकर कमलनाथ तेजी से आगे बढ़ सकते हैं। मीडिया स्ट्रेटजी कमेटी में कमलनाथ के नाम का ना होना और सिंधिया का होना सियासी गलियारों में इस चर्चा को तेजी से बढ़ा रहा है कि फिलहाल सिंधिया दिल्ली की राजनीति करेंगे और कमलनाथ मध्य प्रदेश में अहम् जिम्मेदारी दी जाये ।